“चाइल्ड फर्स्ट-सेफ्टी फर्स्ट” ब्लूमिंग बड्स एकेडमी की है सर्वोच्च प्राथमिकता
संतकबीरनगर जिले के जिला मुख्यालय स्थित प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान ब्लूमिंग बड्स एकेडमी जहाँ बेहतरीन शिक्षा के साथ पढ़ने वाले बच्चों के लिए बेहतरीन माहौल दे रहा है वहीं पिछले 24 वर्षो से अपने यहाँ पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा को भी संस्थान ने अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं मे रखते हुए लगातार चाइल्ड फर्स्ट सेफ्टी फर्स्ट की परिकल्पना को साकार रूप देता चला रहा है। चाइल्ड फर्स्ट सेफ्टी फर्स्ट के तहत एकेडमी प्रबंध तंत्र ने बच्चों की सुरक्षा के लिए जो घेरा बनाया है और जिस तरह से बच्चों की सुरक्षा के लिए व्यूह रचना की उससे अभिभावक खुश हैं। आपको बता दें कि सुबह-सुबह अपने बच्चों को स्कूल के लिए भेजते वक्त हर माता-पिता की आंखों में बच्चे के सुनहरे भविष्य के लिये सपना होता है. बच्चे को स्कूल की बस पर चढ़ाते वक्त या स्कूल के गेट पर अपने बच्चे को छोड़ते वक्त उन्हें इस बात का भरोसा होता है कि उनका बच्चा एक ऐसी जगह जा रहा है जहां उसे घर से ज्यादा सुरक्षा मिलेगी, लेकिन अब ये हालात नहीं हैं. अब बच्चे को स्कूल भेजने के बाद माता-पिता के हाथ से अपना फोन नहीं छूटता। उनका ध्यान अपने काम पर कम और फोन पर ज्यादा होता है।हर समय दिल में ये डर बैठा रहता है कि कहीं स्कूल से किसी दुर्घटना की खबर न आ जाए। अभिभावकों में इस डर के पीछे हाल-फिलहाल में स्कूली बच्चों के साथ घटी कुछ दर्दनाक घटनाएं हैं जिसकी बजह से अभिभावक अपने बच्चे की सुरक्षा को लेकर खासा चिंतित रहते है लेकिन उनकी सभी चिंताओं को लगातार दूर करते हुए संतकबीरनगर जिले के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान ब्लूमिंग बड्स ने चाइल्ड फर्स्ट सेफ्टी फर्स्ट की अवधारणा को मूर्त रूप देते हुए अभिभावकों की चिंताओं दी खत्म सा कर दिया है। ब्लूमिंग बड्स एकेडमी संस्थान ने बच्चों की सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए अभिभावकों को प्रमाण देते हुए जो वीडियो पेश किया है उसे देख अभिभावक संतुष्ठ नजर आ रहें है। आप सब भी उस वीडियो को देखे जो बच्चों की सुरक्षा घेरे को लेकर तैयार किया गया है।