लखनऊ – जनहित के मुद्दे समेत इलाकाई विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले उलेमा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व जिला पंचायत सदस्य शोएब अहमद नदवी ने विकास खण्ड सेमरियावाँ के ग्राम पंचायत पचदेउरी, टेमा सेमरियावाँ मार्ग पर बसे उपभोक्ताओं के लिए 25 के. बी. ए. के स्थान पर 100 के. वी. ए. ट्रान्सफार्मर लगाये जाने की मांग समेत विकास खण्ड सेमरियाँवा की अति महत्वपूर्ण सड़क बोहरवापुर तिलजा वाया अगया मार्ग के चौड़ीकरण एवं शुद्धीकरण कराये जाने की मांग की। इसके साथ ही साथ उन्होंने मुख्यमंत्री से सेमरियाँवा को नगर पंचायत का दर्जा दिये जाने की मांग की। आपको बता दें कि जनहित के मुद्दे पर उलेमा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष शोएब अहमद नदवी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्यानाकर्षण कराते हुए कहा कि विकास खण्ड सेमरियावाँ के अन्तर्गत च्यूटना चौराहे से लेकर ग्राम पचदेउरी तक भारी संख्या में लोग आबाद हैं, यहाँ लगभग 70 से 80 कनेक्शन धारक है जिसमें अधिकांश कामर्शियल उपभोक्ता है जिनकी बिजली सप्लाई हेतु लगभग 300 मीटर तक अभी विभागीय पोल नहीं लगा है और 25 के. वी. ए. क्षमता का मात्र एक ही ट्रान्सफार्मर लगा हुआ है जो कि बहुत ही कम क्षमता का है जिससे उपभोक्ता कम वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे है।
सड़क निर्माण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि
यह एक बहुत महत्वपूर्ण सड़क जिसकी वर्तमान में स्थिति बहुत ही ध्वस्त व जर्जर है चूँकि यह मार्ग आवागमन की दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ स्वतन्त्रता संग्राम के समय अंग्रेजों द्वारा कुर्क और लगभग चार लोगों को फाँसी पर लटकाये गये स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव तिलजा से जुड़ा हुआ है जिनका उल्लेख विकास खण्ड सेमरियाँवा के शिलापट पर भी अंकित है। साथ ही साथ मुस्लिम धर्म गुरू हजरत सूफी निजामुद्दीन की मजार शरीफ ग्राम अगया जहाँ पर हर वर्ग के लाखों हिन्दू मुस्लिम अनुयायी प्रतिवर्ष उर्स के समय उपस्थित होते हैं और इसी मार्ग पर कई शैक्षणिक संस्थायें स्थित हैं। आम जनमानस के साथ साथ छात्र/छात्राओं को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, उक्त मार्ग क्षेत्र के लगभग चार दर्जन ग्राम पंचायतों के आवागमन का मुख्य मार्ग है, जिसकी लम्बाई लगभग सात कि.मी. है का मरम्मत/निर्माण कराया जाना नितान्त आवश्यक है। इसके साथ ही अल्पसंख्यक बाहुल्य सेमरियावां को नगर पंचायत का दर्जा दिये जाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि सेमरियाँवा एक प्रसिद्ध अल्पसंख्यक बाहुल्य है जो कि विकास की दृष्टि से काफी पिछड़ा हुआ है। इस ग्राम पंचायत से स्वतंत्रता संग्राम में बहुत से सपूतों ने भाग लिया और देश को आजाद कराने में अपनी महती भूमिका निभाई थी जिसका उल्लेख विकास खण्ड के प्रांगण में स्थित शिलापट पर अंकित है। अगर उक्त ग्राम को नगर पंचायत का दर्जा दे दिया जाय तो क्षेत्रवासियों के लिए बहुत अहम सौगात होगी और क्षेत्र को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए काफी मददगार साबित होगी।
उलेमा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष शोएब अहमद नदवी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी सभी मांगो को लेकर मुख्यमंत्री जी ने आश्वासन दिया है कि सभी कार्य जल्द शुरु कराये जाएंगे।