आजकल के इस आधुनिक और विकसित दौर में शिक्षा प्रणाली का बेहतर होना उतना ही जरूरी है जितना जीवन में खाने का महत्व है क्योंकि बेहतर शिक्षा प्रणाली ही बच्चों के बेहतर भविष्य का रास्ता बनाती है। ऐसे में अपने बच्चों के लिए सही स्कूल का चुनाव करना किसी कड़ी चुनौती से कम नहीं है। जिस प्रकार मार्केट में किसी भी सामान की आपको ढेरों वैरायटी और अलग-अलग ऑफर मिल जाते हैं उसी प्रकार से आजकल शिक्षा के क्षेत्र में भी कम्पटीशन बहुत बढ़ गया है। ऐसे में अपने बच्चों के लिए सही स्कूल का चयन करना बहुत ही कठिन हो गया है। अभिभावकों के मन मे अपने बच्चोँ के सुनहरे भविष्य को लेकर चिंताओं को दूर करने वाला एक ऐसा विद्यालय संतकबीरनगर जिले के जिला मुख्यालय पर स्थित है जो तकरीबन एक दशक से शिक्षा के क्षेत्र मे मील का पत्थर साबित हुआ है। विद्यालय का नाम है सूर्या इंटरनेशनल एकेडमी जो लगातार बच्चोँ के सर्वांगीड़ विकास मे जुटा हुआ है।
पिछले कई सत्र से सीबीएससी बोर्ड की परीक्षाओं मे बाजी मारने वाले इस संस्थान मे सत्र 2023 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरु कर दी है, रजिस्ट्रेशन के बाद 22 फ़रवरी को प्रवेश परीक्षा होगी जिसमे उत्तीर्ण बच्चोँ का एकेडमी मे नाम लिखा जायेगा।
आपको बता दें कि एकेडमी मे एडमिशन प्रक्रिया, गुडलक पार्टी, टेबलेट वितरण, आदि कार्यक्रमों पर विचार विमर्श के साथ एकेडमी के MD डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी की मौजूदगी मे विद्यालय की मासिक बैठक हुई। बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए एकेडमी के प्रिंसिपल रविनेश श्रीवास्तव ने बताया कि कल 01 फरवरी से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरु हो रही है, 22 फ़रवरी को प्रवेश परीक्षा आयोजित है। प्रवेश परीक्षा मे उत्तीर्ण बच्चोँ का नवीन सत्र मे दाखिला होगा। इसके साथ ही साथ टेंथ पास बच्चों को नि:शुल्क टेबलेट वितरण किए जाएंगे। 22 मार्च से हम लोग टेंथ और नाइंथ का क्लासेज भी शुरू कर देंगे। प्रिंसिपल रविनेश श्रीवास्तव ने बताया कि एकेडमी मे 15 फ़रवरी को गुडलक पार्टी का आयोजन होना सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने बताया कि 16 फ़रवरी को एनूवल फंक्शन का आयोजन होगा जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं। वहीं एकेडमी के MD डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में न कवल गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ उपयुक्त शैक्षणिक वातावरण प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। बेहतर शिक्षा के बल पर सूर्या एकेडमी जिले का प्रतिष्ठित विद्यालय के रूप मे उभरा है जो निरन्तर अपनी पहचान बनाता हुआ चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी एजुकेशन स्कूल में शिक्षक एक मुख्य भूमिका निभाते हैं। योग्य शिक्षकों के बिना पढ़ाई का स्तर बेहतर नहीं हो सकता है। स्टूडेंट्स का पूरा भविष्य एक शिक्षित और अनुभवी शिक्षक पर निर्भर करता है। इसलिए हमने पिछले 10 वर्षो मे जो आयाम स्थापित किये उसमे हमारे अनुभवी शिक्षकों की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका रही।