अपने लिए जिये तो क्या जिये, तू जी ए दिल जमाने के लिए…. मशहूर हिंदी फिल्म के ये बोल यूपी के संतकबीरनगर जिले के उद्यमी व अपना दल एस नेता पुष्कर चौधरी पर एकदम सटीक बैठती है, जिन्होंने गरीब तबकों की खुशियों के लिए खुद के होली की खुशी का त्याग कर समाज मे एक नज़ीर पेश की है। राजनीति के साथ समाज के लिए जीने वाले पुष्कर चौधरी का एक और मानवीय चेहरा उस वक्त देखने को मिला जब वो होली अवसर पर कबीर बाल आश्रम पहुंच अनाथ बच्चों के साथ होली त्योहार मनाया। इस अवसर पर उन्होंने अनाथ बच्चों में रंग, गुलाल और अबीर वितरण के साथ उन्हे मिठाई और आदि उपहार प्रदान किया।
आपको बता दें कि संतकबीरनगर जिले के कबीर बाल आश्रम खलीलाबाद अपने समर्थकों के साथ रंग, गुलाल और अबीर के साथ अनेकों उपहार लेकर पहुंचे ब्लॉक अपना दल एस नेता पुष्कर चौधरी ने बाल आश्रम के जिम्मेदारों को अनाथ बच्चों के लिए आर्थिक सहायता के साथ उन्हें नए तरह तरह के उपहार भेंट कर सभी के साथ होली पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर पुष्कर ने बताया कि इस दौर में अनाथों को सर्वाधिक खुशी देने की जरूरत है, इस बार अनाथ बच्चों के साथ होली मनाने के लिए और उन्हें खुशियां देने के लिए कबीर बाल आश्रम आये थे, उन्होंने ईश्वर के बताए गए रास्तों पर सभी को चलने की बात कहते हुए कहा कि धर्म मे ये कहा गया है कि दूसरों की मदद ही सच्ची मानवता है।