संतकबीरनगर। शासन से नामित नोडल अधिकारी गोसंरक्षण/विशेष सचिव प्रशासन, उ0प्र0 शासन राम नरायन सिंह यादव जनपद के तीन दिवसीय दौरे के क्रम में आज दूसरें दिन नोडल अधिकारी द्वारा जनपद के तहसील धनघटा में विभिन्न गो-आश्रय स्थलों, अस्थाई गो-आश्रय स्थल कटया, बृहद गो-आश्रय केंद्र मझौरा, अस्थाई गो-आश्रय स्थल किशनपुर और अस्थाई गो-आश्रय स्थल खर्चा तथा अस्थाई गो-आश्रय स्थल शनिचरा बाबू का सघन निरीक्षण किया गया। विशेष सचिव/नोडल अधिकारी द्वारा गो-आश्रय स्थलो पर उपस्थित गोवंश की संख्या, उनके स्वास्थ्य, उनके भरण-पोषण के बारे में ,गो-आश्रय स्थल केंद्रों पर उपस्थित गोवंशों हेतु भूसा-दाना और हरा चारा, मिनरल मिक्चर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चारागाह की जमीन उपलब्ध पर हरा चारा बोया जाए जिससे पशुओं को हरे चारे की कमी न होने पाये। गो-आश्रय स्थलों में पशुओं के पीने की पानी आदि की असुविधा न होने पाये। गोवंश आश्रय स्थलों में गोवंश मे टैगिंग, टीकाकरण, गो-आश्रय स्थलों पर उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं के बारे में तथा गो-आश्रय केंद्रों पर उपलब्ध केयरटेकर के मानदेय के बारे में जानकारी ली गयी तथा आवश्यक दिशा निर्देश सम्बंधित को दिए गए। निरीक्षण के दौरान सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक दशा में केयरटेकरो के मानदेय भुगतान हेतु संबंधित पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान को निर्देशित किया गया साथ ही गो-आश्रय स्थलो पर उपस्थित गोवंश को गर्मी से बचाव हेतु उचित दिशा निर्देश जारी किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार, विभागीय नोडल अधिकारी डॉ मनोज कुमार तृतीय, खण्ड विकास अधिकारी पौली रेनू चौधरी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अरविंद शाही तथा पशुपालन विभाग के अन्य पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।