संतकबीरनगर – संविधान शिल्पी बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की जयंती बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई गई। शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में प्रभात फेरी निकाल कर लोगों ने उनके बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। विभिन्न राजनैतिक दलों, दलित संगठनों के साथ बीजेपी कार्यकर्ता इस प्रभात फेरी में हिस्सा लेते हुए अंबेडकर जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हे नमन किया। बात जिला मुख्यालय की करते है जहां पर अंबेडकर जयंती के अवसर पर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई थी, इस शोभा यात्रा में भाजपा के नेता और नगर पालिका सीट के प्रबल दावेदार सुधांशु सिंह भी शामिल हुए। आपको बता दें कि सामाजिक न्याय सप्ताह के तहत भारतीय जनता पार्टी द्वारा बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जयंती को उत्साह पूर्वक मनाया गया। खलीलाबाद में डॉक्टर अंबेडकर जयंती पर निकले शोभा यात्रा में शामिल होने वाले बीजेपी नेता सुधांशु सिंह ने शोभा यात्रा में सम्मिलित होने वाले लोगों पर पुष्पवर्षा करते हुए सभी को अंबेडकर जयंती की बधाई दी। शहर के विभिन्न चौक चौराहों से होकर बाईपास चौक पर शोभा यात्रा के साथ पहुंचे भाजपा नेता सुधांशु सिंह ने संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे नमन किया।इस दौरान सुधांशु सिंह ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर द्वारा जिस प्रकार के भारत की संकल्पना की गई थी, आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में देश उन सपनों को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जहां सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों को प्राथमिकता देकर अग्रणी पंक्ति में लाकर खड़ा करने का कार्य भाजपा द्वारा किया जा रहा है। बीजेपी की नीतियों की वजह से आज सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों के आर्थिक जीवन में भी व्यापक बदलाव देखने को मिल रहा है।उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय के पुरोधा ने आजाद भारत में सबकी भागीदारी से राष्ट्र के उत्थान की कल्पना की। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे कार्यों को और अधिक मजबूती प्रदान करने के संकल्प की पुनरावृति करते हुए हम सब सामाजिक समरसता एवं सर्व समाज की धारणा को अधिक मजबूत करने का कार्य कर रहें है। सुधांशु सिंह ने बाबा साहब के जीवन संघर्ष पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने दलितों, शोषितों और पीड़ितों की आवाज बनकर उनके अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। बाबा साहेब जैसे महापुरूष सदियों में एक बार पैदा होते है, उन्होंने हमें ’शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो’ का मंत्र दिया। उनके यही विचार हमें संघर्ष करने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने भगवान बुद्ध के प्रज्ञा, करूणा और मैत्री के संदेश को आत्मसात किया। आज समाज को इसकी सबसे बड़ी आवश्यकता है। बाबा साहेब द्वारा दिया गया संविधान हमें सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समानता का अवसर देता है