संतकबीरनगर जिले के सपाइयों ने पार्टी की उस वक्त फजीहत करा दी जब पार्टी कार्यालय पर आयोजित जिला कमेटी विस्तार के दौरान मेंहदावल के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी जयराम पांडेय और जिलाध्यक्ष आपस में उलझ गए। विवाद की शुरुवात जिला सचिव बनाए गए सत्येंद्र पांडेय से हुई, जिनके नाम की घोषणा करते हुए जब कार्यक्रम संचालक ने सत्येंद्र पांडेय के स्वागत के लिए जयराम पांडेय का नाम लिया। कार्यक्रम संचालक सुनील सिंह ने जैसे ही कहा कि नव नियुक्त जिला सचिव सत्येंद्र पांडेय का स्वागत वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा प्रत्याशी जयराम पांडेय जी करे ! कार्यक्रम संचालक की इस बात को सुनकर जयराम पांडेय भड़क गए और सत्येंद्र पांडेय के स्वागत करने से ये कहते हुए साफ इंकार कर दिए कि सत्येंद्र पांडेय नगर निकाय चुनाव के दौरान उन्हें जगह जगह गाली दे रहे थे, ऐसे व्यक्ति का मैं स्वागत नही कर सकता जो मुझे गाली देता रहा हो। खैर बात यहीं खत्म नहीं हुई, जिला कमेटी का जब पूरा विस्तार कार्यक्रम संचालक के द्वारा उपस्थित लोगों को सुनाया गया तो उसको सुनकर भी पूर्व विधानसभा प्रत्याशी जयराम पांडेय भड़क गए, जयराम पांडेय को इस बात का कष्ट था कि मेंहदावल से किसी भी कार्यकर्ता को मेन बॉडी में शामिल नहीं किया गया, जिला कमेटी के विस्तार को लेकर मुझसे एक बार भी जिलाध्यक्ष ने बात नही की, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी जयराम पांडेय यह बात शायद जिलाध्यक्ष अब्दुल कलाम को नागवार गुजरी तभी जयराम पांडेय के द्वारा सुझाए गए कार्यकर्ता दीना नाथ चौधरी के नाम पर जिलाध्यक्ष आग बबूला हो गए और दीनानाथ चौधरी पर हिंदू मुस्लिम राइट कराने का आरोप लगा दिया। इस दौरान पूर्व विधायक जय चौबे ने किसी तरह दोनो को शांत कराया। इसके बाद पूर्व विधानसभा प्रत्याशी जयराम पांडेय नाराज होकर पार्टी कार्यालय से निकल लिए और मीडिया को बयान देते हुए अपना दर्द साझा किए। आप भी सुने जयराम पाण्डेय का ये बयान।