बंदरों के उत्पात से कस्बे के हर वार्ड के लोग परेशान हैं।
नगरवासियों ने वन विभाग व नगर पंचायत प्रशासन से कस्बें में आतंक मचाने वाले बंदरों को पकड़कर कुसमी जंगल में छोड़ने का आग्रह किया है।
रिपोर्ट_कुलदीप मिश्र
संतकबीरनगर: नगर पंचायत मगहर के विभिन्न वार्डों में इन दिनों लाल मुंह के बंदरों के उत्पात से मगहरवासी काफी परेशान हैं। मोहनलालपुर तिवारी टोला आजाद नगर, गाँधी आश्रम सहित आसपास के मुहल्लों में बंदरों का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। ये बंदर दिन भर गलियों, मकानों के छतों व पेड़ों पर डेरा डाले रहते हैं। ऐसे में लोगों का गलियों में निकलना व छतों पर चढ़ना मुश्किल हो रहा है। दिनों दिन बढ़ते बंदरों के आतंक से मगहरवासी खासे परेशान हो रहे हैं। उत्पाती बंदर छतों पर हुए सूखते पकड़े नोच कर फाड़ने व खाने- पीने की सामग्री हाथों से झपटकर ले जाते हैं। इन उत्पाती बंदरों ने दर्जनों लोगों को काटकर घायल भी कर दिया है। ऐसे में लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। सड़क से आने-जाने वाले राहगीरों पर अचानक धावा बोलते रहते हैं। बंदर घरों से लोगों का सामान उठाकर ले जा रहे हैं। इन दिनों बंदरों के आतंक से लोग त्रस्त है। बंदर सुबह से शाम तक धमाचौकड़ी मचाते हैं। खेतों में बोई गई सब्जी उखाड़ देते हैं। झुंड के रूप में मौजूद बंदर घरों के अंदर से सामान निकाल कर ले जाते हैं। लोगों वन विभाग एवं नगर पंचायत मगहर के अधिशासी अधिकारी से कस्बें में आतंक मचाने वाले बंदरों को पकड़कर कुसमी जंगल गोरखपुर में छोड़ने का आग्रह किया है। लोगों का कहना है कि नगर पंचायत के अधिकारी जनता की इस परेशानी को लेकर भी बिल्कुल भी गंभीर नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार बंदरों का उत्पात मगहर के सभी इलाकों में देखने को मिल रहा है। सैकडों की तादाद में झुंड के झुंड बंदरों द्वारा घरों के ऊपर लगी पानी की टंकी के का ढक्कन, पाइप को तोड़ देते हैं। छतों पर सूखने के लिए फैलाए गये कपड़ों को भी उठा ले जाते हैं। रास्ते में लोगों से सामान छीनकर चोटिल तक कर देते हैं। बंदरों के उत्पात से सभी लोग परेशान हैं। सबकुछ जान वन विभाग व नगर पंचायत मगहर कुंभ करण की नींद सो रहा है। तिवारी टोला, मोहनलालपुर, आजाद नगर, काजीपुर, तेली टोला गाँधी आश्रम में सैकड़ों की संख्या में लाल मुंह के बंदरों ने डेरा डाल रखा है। बंदर समूहों में घरों में पहुंचकर सामान ले जाते है। घरवाले जब इन बंदरों को भगाने का प्रयास करते हैं तो वह उन पर हमला कर उन्हें घायल कर देते है। अब तक दर्जन स्त्री-पुरुष ,बच्चे बंदरों के हमलों से घायल हो चुके है। लाल मुंह वाले बंदरों का आतंक से कस्बें के नागरिकों में दहशत का माहौल बन गया है। खाने-पीने की तलाश में 50- 50 बंदरों का झुंड आता है मकानों के सामने ठिया जमा लेते हैं। कई बार बच्चों पर भी हमला करते हैं कई जख्मी भी हुये हैं स्थिति यह हो गई है कि बंदरों की वजह से घरों से छत पर जाना मुश्किल हो गया है।