संतकबीरनगर– गोरखपुर के रामगढ़ ताल की तर्ज पर जल्द ही बखिरा झील का विकास होगा। ये सब संभव हो रहा है स्थानीय विधायक अनिल कुमार त्रिपाठी के प्रयास से। क्षेत्र के विकास के साथ बखिरा झील को पर्यटन की दृष्टिकोण से बढ़ावा दिए जाने को लेकर गत दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा किए गए मंडलीय समीक्षा के दौरान विभिन्न मांगो के साथ बखिरा झील को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए जाने की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा मिले आश्वासन के बाद अब इस दिशा में तेजी आई है।
बखिरा झील के विकास के लिए विधायक अनिल त्रिपाठी ने सबंधित विभागीय अधिकारियों को मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है। इसी सबके संबंध में विधायक और मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार की उपस्थिति में एक अति महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने बखिरा में स्थित बखिरा झील एवं बखिरा पक्षी बिहार को विभिन्न आयामों से विकसित किये जाने के दृष्टिगत सम्बंधित विभागों द्वारा उनके विभाग से सम्बंधित कार्याे/कार्य योजनाओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए राजस्व विभाग, वन विभाग, सिचाई विभाग, कृषि, उद्यान, मनरेगा, पीडब्लूडी, मत्स्य सहित सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बखिर झील एवं पक्षी बिहार के सौन्दर्यीकरण एवं पर्यटन के दृष्टि से विकसित किये जाने हेतु उनके विभाग से सम्बंधित कार्याे की रूपरेखा तैयार कर अगली बैठक में समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाए। बैठक में कुछ विभागों जैसे-कृषि विभाग, मनरेगा सहित अन्य विभागों द्वारा उनके विभाग से सम्बंधित कराये जाने वाले कार्यो के बारे में जानकारी दी गयी। मुख्य विकास अधिकारी ने बखिरा झील एवं पक्षी बिहार के विकास एवं सौन्दर्यीकरण हेतु स्थानीय लोगो में जागरूकता पैदा करने, बखिरा झील के विकास से होने वाले स्थानीय लोगो को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभो से जागरूक करते हुए उन्हें इससे जोड़ने के निर्देश दिये।
बैठक में उपस्थित विधायक मेंहदावल अनिल कुमार त्रिपाठी ने बखिरा झील एवं पक्षी बिहार के विकसित किये जाने केेे संबंध में प्रशासनिक स्तर पर सभी सम्बंधित विभागों द्वारा आपसी समन्वयता के साथ कार्य योजना बनाते हुए एक मास्टर प्लान तैयार कर उसपर कार्य करने का सुझाव दिया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मा0 विधायक जी के सुझावों एवं मार्ग दर्शन के अनुसार बखिरा झील/पक्षी बिहार को विकसित किये जाने का आश्वासन देते हुए कहा कि जिलाधिकारी द्वारा इस संबंध में सभी सम्बंधित विभागों को निर्देशित किया गया है और आवश्यकतानुसार एक्सपर्ट्स का भी सहयोग लिया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि विकास खण्ड बघौली एवं मेंहदावल के अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों जिनसे होकर कुछ नाले बखिरा झील में जाते, उनको मनरेगा के कार्य योजना में सम्मिलित करते हुए स्थानीय किसानों से वार्ता के पश्चात नालों की खुदाई/सफाई/कराने की कार्य योजना बनाई जा रही जिससे झील में साफ पानी ही गिराया जाना सुनिश्चित किया जा सके।
प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा झील में जलकुम्भी आदि की सफाई के संबंध में अपने विभाग से सम्बंधित कार्य योजना पर चर्चा की गयी। उप निदेशक कृषि ने झील के आस-पास कृषि योग्य जमीनों मिलेट्स/श्री अन्न/मोटे अनाजो की खेती करवाने एवं इस संबंध में इसकी उपयोगिता से किसानों को जागरूक करने के संबंध में किसानों के साथ गोष्ठी आदि के आयोजन के संबंध में जानकारी दी गयी। उन्होंने बखिरा झील के आस-पास एग्रो टूरिज्म विकसित किये जाने की सम्भावनाओं के बारे में भी अपनी राय रखी।
मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सम्बंधित विभाग के अधिकारी संयुक्त टीम बना कर बखिरा झील का भ्रमण करते हुए मूलभूत आवश्यकताओं को शामिल करते हुए अपने विभाग से सम्बंधित प्रोजेक्ट बनाये।
इस अवसर पर डीसी मनरेगा प्रभात द्विवेदी, डीएफओ पीके पाण्डेय, उप जिलाधिकारी सदर शैलेश दूबे, उप जिलाधिकारी मेंहदावल अरूण वर्मा, उप कृषि निदेशक राकेश सिंह, जिला कृषि अधिकारी पीसी विश्वकर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी शंशाक चौधरी, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत रणधीर कुमार, जिला उद्यान अधिकारी भूषण सिंह, खण्ड विकास अधिकारी बघौली, सूचना अधिकारी सुरेश कुमार सरोज सहित सम्बंधित आदि उपस्थित रहें।