भारत तिब्बत समन्वय संघ की राष्ट्रीय बैठक में बोले विधायक
संत कबीर नगर। भारत तिब्बत समन्वय संघ के लगातार प्रयास मानवता के लिए उस सिद्धि की तरह हैं जिस से चीन की कुटिल चालें एकदिन असफल हो जाएंगी। यह बात विधायक अंकुर राज तिवारी ने आज इस संगठन की राष्ट्रीय कोर परिषद की उत्तरार्द्ध बैठक “तप 2023” में कहीं।
श्री तिवारी ने कहा कि तिब्बत की स्वतंत्रता से भारत का सुरक्षित होना तय है और यह भी तय है कि एक न एक दिन चीन अपने आप बर्बाद हो जाएगा और तिब्बत मुक्त हो जाएगा। इस मौके पर छपरा विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी प्रो हरिकेश सिंह ने कहा कि संत कबीर की इस पुण्य भूमि से संघ का प्रयास यूनाइटेड नेशंस तक गूंजेगा और यह तय है कि तिब्बत की भूमि को यह संगठन ही अपने प्रयासों से मुक्त कराएगा।
बैठक के दूसरे दिन आज रविवार को संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो सूरज कुमार पारचा ने कहा कि समय के साथ तिब्बत की आजादी की लड़ाई से ज्यादा कठिन है तिब्बतियों को बचाने की लड़ाई। इनका मिडिल वे अप्रोच मानवता की दृष्टि से तो ठीक है लेकिन चीन जैसे देश पर आप कभी कोई भरोसा कर नहीं सकते। रॉ के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी नरेश कुमार सूद ने कहा कि यह सच है कि भारत 1962 का भारत नहीं है। सरकार देश को मजबूत करने में लगी है। बस जन जागरण के लिए जिस तरह बीटीएसएस लगा है वह जारी रहना चाहिए।
संगठन की अगली राष्ट्रीय बैठक आगामी दिसंबर में असम के तेजपुर में संपन्न होगी, यह निर्णय भी आज लिया गया। कुल दो दिन तक चली इस बैठक में तीन प्रस्ताव ही पारित हुए।
खलीलाबाद के सोनी इंटरनेशनल होटल में आयोजित इस बैठक में देश भर से आए प्रतिनिधियों को मोमेंटो दे कर सम्मानित किया। इस मौके पर संघ के केंद्रीय संयोजक हेमेंद्र तोमर, तिब्बती मूल की कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला विभाग कालसांग युदून, नव निर्वाचित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम कुमार सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री महिला डॉ सोनी सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री युवा श्रीमती अनिता राज सिंह आदि मौजूद रहे।