अन्तिम दर्शन के लिए सिरसी गांव में भाजपा सपा बसपा के नेताओं का लगा जमावड़ा
सन्त कबीर नगर की धरती पर एक ऐसे भी सपूत का जन्म हुआ था जो अपने दम पर अपना इतिहास लिख कर आज पंचतत्व में विलीन हो गया सन्त कबीर नगर जनपद के धनघटा विधानसभा के बहुचर्चित गांव सिरसी जो महेन्द्र नाथ राय की कर्म भूमि कही जाती है सिरसी के शिल्पकार के रूप में महेन्द्र नाथ राय के नाम से जाने जाने वाली सिरसी ग्राम पंचायत जहा से श्री महेन्द्र नाथ राय का इतिहास चालू होता है मात्र 18बर्ष की आयु में पहली बार सिरसी की जनता ने गांव के एक उभरते नव युवक महेंद्र नाथ राय के सर पर ताज पहना कर ग्राम प्रधान चुना था वही अपने गांव के जनता के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले ग्राम प्रधान महेंद्र नाथ राय ने जनता के विश्वास को इस कदर जीत लिया की लगभग 30बर्षो तक महेंद्र नाथ राय लगातार सिरसी के प्रधान एवं प्रधान प्रतिनिधि के रूप में रहे। फिर राजनैतिक विरासत बड़े बेटे को सौंप दिए श्री सीता राम इंटर कॉलेज सिरसी के प्रबंधक एवं हैसर ब्लाक के ज्येष्ठ प्रमुख की कुर्सी तक का सफर तय कर अपने ग्राम पंचायत को विकास खण्ड का आदर्श ग्राम पंचायत बनाने का जो पूर्ण प्रयास महेंद्र नाथ राय जी ने किया वह धनघटा विधानसभा के इतिहास का एक जीता जागता उदाहरण है जो काम विधायक सांसद अपने गांव के लिए नहीं कर पाए वो काम एक छोटे-से परिवार में जन्मा सिरसी की माटी में पला बढ़ा गांव का वह बेटा महेंद्र नाथ राय ने गांव मे स्टेडियम,फायर ब्रिगेड थाना, राजकीय आई टिआई कालेज, सहित गांव के विकास में बहुत कुछ ऐसा किया गया जो सिरसी के इतिहास में धरोहर के रूप में श्री महेन्द्र नाथ राय का नाम स्वर्णाक्षरों में संजो कर रखा जाऐगा। ऐसे महान व्यक्तित्व के अन्तिम दर्शन के लिए आज भारी संख्या में लोग उमड़ पड़े मानो आज धरा से अम्बर तक सबकी आखे नम् थी गांव में आज एक सुर वीर योद्धा को खोने का ग़म साफ झलक रहा था। स्वर्गीय श्री महेन्द्र नाथ राय के पार्थिव शव को श्री सीता राम इंटर कॉलेज के प्रांगण में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया जहा हजारों की संख्या मे भारी भीड़ उमड़ पड़ी।तत्पश्चात 11:00 बजे बिहार घाट पर पंचतत्व में विलन हुई । बड़े बेटे श्री सीता राम इंटर कॉलेज के प्रबंधक श्री त्रिशूल धारी राय द्वारा मुखाग्नि दिया गया।