इंसान की जिंदगी में तभी भरता है रंग,
जब बुजुर्गो का आशीर्वाद होता है संग।
उपरोक्त पंक्तियों को सच चरितार्थ करते हुए जिले के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान प्रभा ग्रुप की सीईओ श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी ने जो नजीर पेश की है वो सनातन धर्म की कसौटी पर एकदम सटीक उतरती नजर आई। जीवन में कुछ तस्वीरें बोलती नजर आती हैं, ऐसी ही एक बोलती तस्वीर जब सत्यमेव टाइम्स के हाथ लगी तब उसका उल्लेख करना जरूरी हो गया, पूरा नजारा वृद्धा आश्रम से जुड़ा हुआ है जहां पर प्रभा ग्रुप की सीईओ श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी पहुंची थी। आमतौर पर बुजुर्गो की सेवा दिखाने के लिए जहां राजनैतिक और कथित समाजसेवी फल मिष्ठान का वितरण कर बुजुर्गों के बीच खड़े होकर मनचाही तस्वीरे मनचाहे सोशल मीडिया कर्मियों के जरिए प्रसारित करवाकर वाहवाही लूटते हैं वहीं प्रभा ग्रुप की सीईओ श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी ने सब कुछ करते हुए भी किसी को ये खबर प्रकाशित अथवा प्रसारित करने के लिए मना कर रखा था, बाबजूद इसके भी कुछ सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जब उनकी तस्वीरें वायरल हुई, कुछ वीडियो जब हम तक पहुंची तब हमने उनकी इस सेवा भाव को सनातन धर्म की पराकाष्ठा बताते हुए खबर को आगे बढ़ाया ताकि युवा पीढ़ी उनसे कुछ सीख लें।
वृद्धजनों के पांव धुलती प्रभा ग्रुप की सीईओ की तस्वीरों को देख हमे हमारा बचपन याद आ गया, कभी हम जब बचपन में अपने ननिहाल जाते थे तब हमारी मामिया हमारा पैर फूल के वर्तन में रखकर धुला करती थी, जब जवान हुए और जब हमारा विवाह हुआ तब ये संस्कृति लुप्त होती नजर आई। मेरा ससुराल बिहार में है जहां आज भी पुरातन संस्कृति अधिकांश जगहों पर यथास्थिति कायम है, बिहार के अनेकों जिलों में आज भी दामाद पूजे जाते हैं, पर मेरे ससुराल यानी पश्चिमी चंपारण में यह रिवाज आधुनिकता की भेंट चढ़ गया क्योंकि यहां के लोग आधुनिकता के हिसाब किताब में ढल गए है।
खैर जब सनातन संस्कृति की बात जब जेहन में आई और इसी वक्त जब प्रभा ग्रुप की सीईओ श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी की वृद्धा आश्रम से जुड़ी तस्वीरें हमारे पास वायरल के रूप में पहुंची तब हमने इन तस्वीरों की हकीकत को जानने के लिए अपने भरोसेमंद संवाददाता पंकज गुप्ता को उस जगह भेजा जहां प्रभा ग्रुप की सीईओ श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी के पहुंचने का दावा सोशल मीडिया में किया जा रहा था। मौके पर पहुंचे हमारे संवाददाता ने जो रिपोर्ट हमे भेजी उसके मुताबिक वो सारे वीडियो और फोटो सच साबित हुए। संवाददाता के मुताबिक प्रभा ग्रुप की सीईओ श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी सियरासाथ वृद्धाआश्रम पहुंची थी जहां उन्होंने माता-पिता तुल्य बुजुर्गो का हाल चाल जानते हुए उनकी सेवा की और उन सभी का पैर धुलने के बाद उन्हें स्वादिष्ट व्यंजन करा कर एवं दक्षिणा देकर सबका आशीर्वाद लिया। ऐसी सच्ची तस्वीरें हमे अपनी परंपरा को आगे बढ़ाने की सीख तो देती ही हैं साथ ही युवा पीढ़ी को अपने बड़े बुजुर्गों की सेवा के लिए प्रेरित भी करती है। आज इन तस्वीरों को देखने के बाद यदि युवा पीढ़ी इससे कोई सीख नही लेगा तो आने वाली पीढ़ी भी उनकी कोई कद्र नहीं करेगा। सनातन संस्कृति को बचाने के लिए और उसे आगे तक जीवंत बनाए रखने के लिए प्रभा ग्रुप की सीईओ श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी के इस प्रयास की हम प्रसंशा करते है।और सनातन धर्म को मानने वालों से ये अपील भी करते है कि सभी लोग अपने बड़े बुजुर्गों का ख्याल रखें, उनकी सेवा को ही भगवान की पूजा समझे, क्योंकि सारे तीरथ सारे धाम बुजुर्गों के चरणों की सेवा में ही निहित है।