संतकबीरनगर जिले के महुली थाना क्षेत्र के भिठहां गांव में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचक पंडित ज्ञान चंद्र द्विवेदी ने सृष्टि की उत्पत्ति की जानकारी उपस्थित भक्तों को दी। आपको बता दें कि सूर्या ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी के पिता स्वर्गीय पंडित सूर्य नारायण चतुर्वेदी की स्मृति में आयोजित संगीतमयी श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन की शुरुवात भगवान की आरती से शुरू हुई। कथा की मुख्य यजमान डॉक्टर उदय प्रताप चतुर्वेदी की माता श्रीमती चंद्रावती देवी के साथ परिवार जनों और भक्ति के सागर में गोते लगाने भिठहां गांव पहुंचे समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव नित्यानंद यादव ने भगवान की आरती कार्यक्रम में हिस्सा लिया। आरती के बाद संगीतमयी भजनों का जब दौर शुरू हुआ तब उपस्थित भक्त गण भक्ति रस में गोते लगाते नजर आए। चौथे दिन के कथा का शुभारंभ श्री कृष्ण भजन से करते हुए कथा वाचक पंडित ज्ञान चंद्र द्विवेदी द्वारा कथा सुनाने के पहले मुख्य यजमान श्रीमती चंद्रावती देवी और उनके परिजनों में शुमार बड़े बेटे जिले के चर्चित समाजसेवी तथा सूर्या ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी, छोटे बेटे पूर्व प्रमुख राकेश चतुर्वेदी, सपा नेता नित्यानंद समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने तिलक लगाकर कथा वाचक का आशीर्वाद प्राप्त करते हुए नारायण भगवान की आरती की। कथा के चौथे दिन कथा वाचक व्यास पंडित ज्ञान चंद्र द्विवेदी ने मानव सृष्टि की उत्पत्ति के संबंध में लोगों को बताया। उन्होंने बताया कि मानव सृष्टि की संरचना भगवान ब्रह्मा ने मनु एवं शतरूपा से किया। उन्होंने अपने संगीतमय भागवत कथा से सबको मंत्रमुग्ध कर पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया। श्रीमद् भागवत कथा के सायं कालीन प्रसंग में कथा वाचक पंडित ज्ञान चंद्र द्विवेदी ने ब्रह्मा जी के द्वारा सृष्टि की संरचना का उदाहरण ज्ञान और विज्ञान की तर्ज पर करते हुए बाराह अवतार के बारे में सविस्तार चर्चा की। उन्होंने श्रीमद भागवत कथा को भक्त और परमात्मा के बीच विश्वास की डोर बताते हुए कहा कि भक्तों के विश्वास की रक्षा परमात्मा स्वयं करते हैं। परमात्मा भक्तों के अनुरागयुक्त समर्पण देखते हैं तो स्वयं दौड़े चले आते हैं।