संतकबीरनगर(उत्तरप्रदेश)
अपने विकास कार्यों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहने वाले नगर पंचायत हरिहरपुर के अध्यक्ष रवींद्र प्रताप शाही उर्फ पप्पू शाही अपने कारनामों की वजह से भी मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं।कभी रघुवीर गुप्ता सुसाइड केस मामले में जेल की सलांखो के पीछे पहुंचे पप्पू शाही एक बार फिर चर्चा में है। जिसके पीछे की जो वजह निकलकर सामने आई वो बिजली की चोरी से जुड़ा हुआ है। बिना कनेक्शन लिए ही अपने खेत में मोटर के जरिए पानी चलवाने वाले चेयरमैन की इस चोरी को पकड़ते हुए बिजली विभाग के जेई अश्वनी पांडेय ने उनपर भारतीय विद्युत अधिनियम की धारा 135 के तहत केस दर्ज कराया है।
जिले के सबसे समृद्धशाली और विकसित इलाका कहे जाने वाले नगर पंचायत हरिहरपुर की सूरत और सीरत संवारने का श्रेय जिनको जाता है उनके साथ विवादों का भी गहरा नाता है। चेयरमैन साहब को विवादो में रहना भी शायद पसंद है, उनके साथ एक नया विवाद उस समय सामने आया जब वो अपने खेत में बिना कनेक्शन लिए ही मोटर पम्प द्वारा सिंचाई कर रहे थे, इसी बीच बिजली विभाग के जेई अश्वनी पांडेय अपनी टीम के साथ रूटीन चेकिंग पर निकले थे जहां बिजली चोरी करते पाए जाने पर उन्होंने तत्काल ही सत्ता पक्ष वाले चेयरमैन साहब पप्पू शाही के खिलाफ केस दर्ज करा दिए। जेई के द्वारा केस दर्ज कराए जाने से खार खाए चेयरमैन साहब सत्ता की धौंस दिखाने के लिए अपने यहां स्थानीय विधायक गणेश चौहान और सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद को बुला लिए और दुर्योधन समान भरी सभा में ईमानदार जेई का जबरियन चीरहरण करने लगे। उनका यह वीडियो जब सोशल मीडिया में वायरल हुआ तब इसकी सच्चाई जानने के लिए सत्यमेव टाइम्स की टीम ने इलाके के जेई अश्वनी पांडेय से मिली जिसमे उन्होंने बताया कि चेयरमैन साहब अपने खेत में बिना कनेक्शन लिए ही मोटर पम्प द्वारा सिंचाई कर रहे थे, पूछने पर उनके कर्मियो द्वारा ये बताया गया कि ये सब चेयरमैन का काम है, जिसपर बिना डरे सहमे ईमानदार जेई अश्वनी पांडेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की मंशा को सफल बनाते हुए भाजपा चेयरमैन पप्पू शाही के खिलाफ भारतीय विद्युत अधिनियम की धारा 135 के तहत केस दर्ज करा दिया जिससे खार खाए चेयरमैन साहब पप्पू शाही ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान नगर पंचायत हरिहरपुर के कार्यालय में अपने समर्थकों के बीच स्थानीय सांसद और विधायक के सामने जेई अश्वनी पांडेय के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने जेई के जल्द स्थानांतरण की मांग कर डाली। चेयरमैन ने भरी सभा में अपने ही सांसद और विधायक तथा पार्टी की फजीहत कराते हुए कहा मैं कुछ नहीं जानता हमारे लोगों से आप लोगों को और कुछ नहीं चाहिए, मैं सबके लिए सक्षम हूं, मैं एक बात बता देना चाहता हूं कि अगर मेरी मांग पूरी नहीं हुई तो मैं कोई भी निर्णय ले सकता हूं, किसी भी के खिलाफ ले सकता हूं, मैं जिनसे हूं उन्ही लोगों ने मुझे मोहर लगाकर यहां बैठाया है, यहां के विजली विभाग का जेई किस आदमी से रूपया नहीं लिया है, बीस हजार,पच्चीस हजार,तीस हजार किस आदमी से रूपया नहीं लिया है, आप किस लिए विधायक और सांसद चुने गए हैं, हम बीसो बार कह चुके हैं, जब मै पार्टी में नहीं था तो मैं बहुत मजबूत था अब मैं पार्टी में हूं तो कमजोर हो गया हूं। मेरी पहली मांग यही है इसको हटवाइए पहले, उसके बाद इसके खिलाफ विजीलेंस जांच बैठाइए नहीं तो मैं कोई भी निर्णय ले सकता हूं।
चेयरमैन साहब पप्पू शाही के बयान सुनने के बाद आइए सुनते है उस निर्भीक निडर और निष्पक्ष जेई अश्वनी पांडेय का बयान………. जेई अश्वनी पांडेय ने बताया कि 10 जून 2023 को यानी अभी छः महीने पहले इनके द्वारा नगर पंचायत के ठेले से दो एचपी के दो मोटर लगाकर अपने खेत की सिंचाई की जा रही थी, उसी दिन हम लोग रूटीन चेकिंग पर थे जहां ये कोहर गड्डी स्थित उनके खेत में यह पाया गया कि वो अवैध तरीके से बिजली का उपयोग कर रहें है, मौके पर जो लोग मिले उनसे जब कागजात की मांग की गई तब उन लोगों ने बताया कि ये चेयरमैन साहब का खेत है, पम्प द्वारा सिंचाई संबंधित उन लोगों के पास कोई कनेक्शन नहीं था लिहाजन बिजली चोरी के मामले में केस दर्ज कराया गया। जेई ने कहा कि प्रदेश और देश के मुखिया जीरो टॉलरेंस की नीति को बढ़ावा दे रहे हैं, उनकी इसी मंशा को सफल करने के लिए हम कर्मचारी पूरे मनोयोग से कार्य कर रहे है, इस कार्य को ईमानदारी से करने के कारण खार खाए चेयरमैन मेरे खिलाफ अनाप शनाप आरोप लगा रहें है। जिसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है।
आपको बता दें कि हरिहरपुर की राजनीति और यहां की सत्ता पर दो दशकों से अंगद की तरह पांव जमाने वाले बीजेपी से निर्वाचित चेयरमैन पप्पू शाही का विवादो से बड़ा याराना है, कभी खुद को रावण बता कर तो कभी चुनाव पूर्व मीडिया के कैमरों पर ये चुनौती देकर कि उन्हे यहां से ब्रह्मा के सिवा कोइ और हरा नही सकता है ! जैसे बयान देकर खुद को हमेशा चर्चा में रखने वाले चेयरमैन पप्पू शाही का यही बड़बोलापन उनके लिए कई बार सिर दर्द भी बना और वो जेल की सलांखो तक पहुंच गए थे बाबजूद इसके उनका ये बड़बोलापन कम होने का नाम नहीं ले रहा है। क्षेत्र में विकास की गंगा दौड़ाने का श्रेय रखने वाले वाले पप्पू साहब समय-समय पर विवादों के घेरे में रहते हैं, रघुवीर गुप्ता सुसाइड केस के मामले में जेल जा चुके चेयरमैन पप्पू शाही ने भरी महफिल में ही अपने सांसद और विधायक को बेज्जत कर सत्तारूढ़ दल बीजेपी को अपने से भी कम आंक दिया। उनके इस बयान को सुन बीजेपी के आलाकमान को चक्कर आ जाएगा, लेकिन यहां के सांसद और विधायक तो मानो पप्पू शाही के 52 पत्तों में शामिल दो पत्ते यानी जोकर और गुलाम के समान ही है।