UP की योगी सरकार गोवंश संरक्षण को लेकर काफी गंभीर है। इसलिए सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में गौ – आश्रय स्थलों का निर्माण कराया गया ताकि बेसहारा गौवंशो को सहारा दिया जा सके। सरकार ने गौ आश्रय केंद्रों की स्थापना कर गोवंशों के लिए जहां चारा पानी का इंतजाम किया वहीं गोवांशों की देखरेख के लिए केयर टेकर भी नियुक्त किया। गौ आश्रय स्थलों पर तैनात ये केयर टेकर अपना काम ईमानदारी से कर रहे हैं कि नही इसके लिए जिलाधिकारी समेत जिला स्तरीय अफसरों को समय समय पर गौ आश्रय केंद्रों के निरीक्षण का आदेश जारी करने के साथ ही गौ आश्रय स्थलों के औचक निरीक्षण के लिए विशेष सचिव/नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए। विभिन्न जिलों के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी अपने दायित्यों का निर्वहन भी कर रहें है वहीं यूपी के संतकबीरनगर जिले के लिए नामित विशेष सचिव/नोडल अधिकारी रमेश चंद्र जब जिले के तमाम गौ आश्रय स्थलों के निरीक्षण के लिए पहुंचे तब उनका गौ प्रेम देखकर सभी हैरत में पड़ गए। कर्तव्यनिष्ठा के साथ गौ प्रेम से जुड़ी उनकी तस्वीरें जब सोशल मीडिया में वायरल हुई तब जिस जिस ने भी उनके गौ प्रेम से जुड़ी तमाम तस्वीरों को देखा तो यही कहा कि अधिकारी हो तो ऐसा हो! जिले के विभिन्न गौ आश्रय स्थलों पर निरीक्षण के दौरान खुद के हाथों से गोवांशो को चारा पानी देने के साथ उनके बछिया और बछड़ों से प्रेम करने वाले नोडल अधिकारी रमेश चंद्र ने जिस तरह उनपर अपना प्रेम और स्नेह लुटाया उसे देख सभी ने उनकी जमकर तारीफ की।
आपको बता दें कि शासन से नामित नोडल अधिकारी गो-संरक्षण/विशेष सचिव अल्पसंख्यक कल्याण, उ0प्र0 शासन रमेश चंद्र द्वारा जनपद के विभिन्न गो-संरक्षण केन्द्रों में संरक्षित गोवंशों की संख्या, भूसा, हरा चारा, पानी आदि की उपलब्धता, स्वास्थ्य परीक्षण एवं देख रेख, गोवंशों को ठंड से बचाव हेतु की गई व्यवस्था आदि का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के क्रम में नोडल अधिकारी ने विकास खण्ड सेमरियावां के बृहद गो-संरक्षण केंद्र जिगिना, बेलहर कला विकासखंड के गो संरक्षण केंद्र भगौसा, कांजी हाउस बखिरा एवं कान्हा गौशाला मगहर का स्थलीय निरीक्षण करते हुए गोवंशों के संरक्षण एवं देखरेख से सम्बंधित विभिन्न बिन्दुओं पर उपस्थित केयर-टेकर से पूछताछ करते हुए जानकारी प्राप्त किया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
विशेष सचिव अल्पसंख्यक कल्याण/नोडल अधिकारी द्वारा जनपद के उक्त गो-संरक्षण केंद्रों का स्थलीय निरीक्षण के दौरान बृहद गो-संरक्षण केंद्र जिगिना में 160 गोवंश, गो-संरक्षण केंद्र भगौसा बेलहर कला में 111 नंदी, कांजी हाउस बखिरा में 21 तथा कान्हा गौशाला मगहर में 41 गोवंश संरक्षित पाए गए।
निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी द्वारा गो-आश्रय स्थलों में गोवंशों को ठंड से बचाव हेतु पर्याप्त त्रिपाल एवं आवश्यकतानुसार अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित बनाए रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में अवशेष निराश्रित गोवंशों को शत प्रतिशत संरक्षित किया जाए तथा उनके भरण-पोषण के संबंध में प्रभावी क्रियान्वयन एवं अनुसरण सुनिश्चित कराया जाए।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी जयप्रकाश, जिला विकास अधिकारी सुरेश चंद्र केसरवानी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी यशपाल सिंह सहित संबंधित आदि उपस्थित रहे।