“जीना मुश्किल है कि आसान ज़रा देख तो लो, लोग लगते हैं परेशान ज़रा देख तो लो !
उपरोक्त लिखी पंक्तियों को आत्मसात कर दूसरों के लिए जीने वाले जिले के युवा समाजसेवी तथा निषाद पार्टी नेता अब्दुल अजीम नेसेवा समर्पण की जो भावना दिखाई है वह किसी नजर से कम नही।
उत्तरप्रदेश के संतकबीरनगर जिले के टेमा रहमत निवासी अब्दुल अजीम मौजूदा समय में सत्तारूढ़ दल के सहयोगी निषाद पार्टी से जुड़े हुए हैं। पूर्व में इनके सामजिक कार्यों को देख निषाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इन्हे अपने दल में शामिल कर जनमानस के कल्याण की जिम्मेदारी सौंपी जिसपर खरा उतरने का अब्दुल अजीम लगातार प्रयास कर रहें है। इसी कड़ी में अब्दुल अजीम को जब ये सूचना मिली की शहर कोतवाली क्षेत्र के असनहरा गांव निवासी टिंकू उम्र 25 वर्ष कुछ साल पहले चित्तूर कमाने के लिए गया था और अपनी पत्नी से 20 जनवरी को फोन कर ये कहा था कि वो घर आ रहा है। टिंकू ने ये बात ट्रेन पर चढ़ने के बाद कहा था, ट्रेन टू समय पर आ गई पर टिंकू घर नही पहुंचा जिसके बाद परिजन हैरान और परेशान हो चले।टिंकू का फोन बंद होने से परिवार के लोग परेशान हैं, हित मित्रों से टिंकू की सकुशल वापसी के लिए मदद मांग रहें हैं।ऐसे में परिजनों ने जब वरिष्ठ समाजसेवी तथा निषाद पार्टी नेता अब्दुल अजीम से संपर्क साधा तब अब्दुल अजीम असनहरा गांव स्थित लापता टिंकू के घर पहुंचे और परिवार जनों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने जिले के पुलिस महकमे के आला अधिकारियों से लगायत जिला प्रशासन से संपर्क साध अचानक गुम हुए टिंकू की खोज के लिए अनुरोध किया जिसपर प्रशासन और पुलिस के जिम्मेदारों ने आश्वाशन दिया कि लापता टिंकू की खोज में विशेष टीम गठित कर दी गई है, जल्द ही टिंकू घर पहुंच जाएगा।