भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनकर भाव बिभोर हुए श्रोता_रिपोर्ट-प्रदीप अग्रहरी
कांटे / संत कबीर नगर – विकास खंड खलीलाबाद क्षेत्र के ग्राम पंचायत कौवाटार के चुरेब कस्बे मे चल रहे नव दिवसीय संगीत मय भागवत कथा के पांचवे दिन भगवान श्री राम के औतार भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनाई गई कथा ब्यास अंकित दास जी महाराज ने कहा की कंस ने अपने पिता परोपकारी राजा उग्रसेन से मथुरा की राजगद्दी छीन ली थी। धरती माता ने गाय का रूप धारण किया और अपनी दुर्दशा लेकर हिंदू धर्म के निर्माता भगवान ब्रह्मा के पास गईं। तब भगवान ब्रह्मा ने भगवान विष्णु को बुलाया, जिन्होंने धरती माता को आश्वासन दिया कि वह इस अत्याचार को समाप्त करने के लिए भगवान कृष्ण के रूप में जन्म लेंगे। जब कंस अपनी बहन देवकी को उनके ससुराल ले जा रहा था तभी शक्ति रूप मे प्रकट होकर आकाशवाड़ी करने लगी की कंस जिस बहन को इतने प्यार से ससुराल ले जा रहा है उसी बहन का आठवा पुत्र तेरा काल है। तुरंत भयभीत कंस तुरंत अपनी बहन देवकी व उनके पति वासुदेव को कारागार मे बंद कर दिया उसी कारागार मे देवकी व हर पुत्र के बाद आठवा पुत्र हुआ जब कंस को पता चला की देवकी को आठवा पुत्र हो गया है। अंकित दास दास जी ने कहा कि कंस ने वासुदेव के हाथ से कन्या रूपी शक्तिरूपा को छीनकर पत्थर पर पटकना चाहा तो वह कन्या राजा कंस के हाथ से छूटकर आसमान में चली गई। भगवान श्रीकृष्ण ने कारागार मे जन्म लिया था इसलिए आज के समय हर जेल और थाना मे भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। उसके बाद भगवान श्री कृष्ण जन्म के तरह तरह गीतों पर श्रोता झुमकर नाचने लगे। उसके बाद मुख्य यजमान दिब्य प्रकाश त्रिपाठी पत्नी नीलम त्रिपाठी ने आरती कर कथा का समापन कराया इस दौरान विकास उपाध्याय, दिलीप उपाध्याय, शिवम् शुक्ला, रामप्रकाश मिश्रा, मनीष शुक्ला, गुड्डू शुक्ला, अंचल गुप्ता, डब्लू मिश्रा, रामनारायन पटवा, राहुल गुप्ता, संजीव उपाध्याय, बेद प्रकाश, आकाश, आशीष, शिवम, सुंदरम, विशाल, अनमोल, शिवा, भोलू, गोलू, जीतेन्द्र,
रागिनी उपाध्याय, रेनू उपाध्याय, शशि उपाध्याय, ज्योति चतुर्वेदी, सरिता उपाध्याय, एकता उपाध्याय, ज्योति चतुर्वेदी, स्नेहा अग्रहरी, मंगला अग्रहरी आदि लोग मौजूद रहे।