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सत्यमेव टाइम्स में आपका स्वागत है     बीते दिनों महामहिम राष्ट्रपति ने डॉ रामचेत चौधरी को पद्श्री पुरस्कार से किया था सम्मानित! गृह जनपद आगमन पर डॉ रामचेत चौधरी का हुआ भव्य स्वागत और अभिवादन! मनियरा स्थित रिजॉर्ट में राजनैतिक जगत व शिक्षाविदो ने फूल मालाओं से लादकर किया सम्मानित.... संतकबीरनगर- भगवान गौतम बुद्ध के प्रसाद कहे जाने वाले कालानमक धान पर शोध करने वाले झिंगुरापार निवासी डॉ. रामचेत चौधरी को जहां बीते दिनों राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्मश्री से सम्मानित किया था वहीं आज सदर विधान सभा क्षेत्र के मनियरा स्थित एक निजी रिजॉर्ट में उनके सम्मान में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम का आयोजन उनके पुत्र पुष्पकर चौधरी ने किया था जबकि कार्यक्रम का संचालन बेबाक बीजेपी नेता कौशल चौधरी ने किया। कार्यक्रम के इस शुभ अवसर पर तमाम दलों के लोगों के साथ समाजसेवा और शिक्षा क्षेत्र की जानी मानी हस्तियां कार्यक्रम में मौजूद रही। आपको बता दें कि काला नमक का शोध कर पद्मश्री पाने वाले डॉ रामचेत चौधरी के बेटे पुष्कर चौधरी जहां जिले के अग्रणी व्यापारी नेताओं में शुमार है वहीं केंद्र और प्रदेश की सरकार में सहयोगी पार्टी अपना दल एस के व्यापार मंच के प्रदेश अध्यक्ष भी है जिन्होंने अपने बड़े पिता जी की इस उपलब्धि पर इस सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया था। कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व विधायक जय चौबे, सूर्या ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी, पूर्व विधायक राकेश सिंह बघेल, प्रदीप सिंह सिसौदिया, पूर्व जिला पंचायत प्रत्याशी राम सिंह चौधरी, अपना दल एस नेता सतीश सिंह, राम सिंह पटेल आदि ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हुए डॉ रामचेत चौधरी का जोरदार स्वागत करते हुए उन्हे फूल मालाओं से लाद दिया वहीं उन्हे बुके और मोमेंटो प्रदान कर उनका मान बढ़ाया। आपको बता दें कि महुली क्षेत्र के झिंगुरापार के रहने वाले डॉ. रामचेत चौधरी ने काला नमक पर शोध कर उसको वैश्विक पहचान दिलाई है। उन्होंने काला नमक की गुणवत्ता में सुधार किया।उनके इस शोध पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हे पद्मश्री से सम्मानित किया था। मंच से अपने संबोधन में डॉ. रामचेत ने बताया कि यह सम्मान जिले के लोगों के प्यार व आशीर्वाद के तहत मिला है। वह आगे भी कालानमक पर शोध जारी रखेंगे और किसानों को नई नई तकनीकी की जानकारी उपलब्ध कराएंगे। रामचेत चौधरी को पद्म श्री मिलने पर पूर्व विधायक जय चौबे, सूर्या ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी, पूर्व विधायक राकेश सिंह बघेल,बनर्जी लाल अग्रहरि, रामललित चौधरी, समेत अन्य ने बधाई दी है।

काला नमक के शोध पर पद्मश्री से सम्मानित “रामचेत” का हुआ अभिवादन

 

 

बीते दिनों महामहिम राष्ट्रपति ने डॉ रामचेत चौधरी को पद्श्री पुरस्कार से किया था सम्मानित!

गृह जनपद आगमन पर डॉ रामचेत चौधरी का हुआ भव्य स्वागत और अभिवादन!

मनियरा स्थित रिजॉर्ट में राजनैतिक जगत व शिक्षाविदो ने फूल मालाओं से लादकर किया सम्मानित….

संतकबीरनगर– भगवान गौतम बुद्ध के प्रसाद कहे जाने वाले कालानमक धान पर शोध करने वाले झिंगुरापार निवासी डॉ. रामचेत चौधरी को जहां बीते दिनों राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्मश्री से सम्मानित किया था वहीं आज सदर विधान सभा क्षेत्र के मनियरा स्थित एक निजी रिजॉर्ट में उनके सम्मान में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम का आयोजन उनके पुत्र पुष्पकर चौधरी ने किया था जबकि कार्यक्रम का संचालन बेबाक बीजेपी नेता कौशल चौधरी ने किया। कार्यक्रम के इस शुभ अवसर पर तमाम दलों के लोगों के साथ समाजसेवा और शिक्षा क्षेत्र की जानी मानी हस्तियां कार्यक्रम में मौजूद रही। आपको बता दें कि काला नमक का शोध कर पद्मश्री पाने वाले डॉ रामचेत चौधरी के बेटे पुष्कर चौधरी जहां जिले के अग्रणी व्यापारी नेताओं में शुमार है वहीं केंद्र और प्रदेश की सरकार में सहयोगी पार्टी अपना दल एस के व्यापार मंच के प्रदेश अध्यक्ष भी है जिन्होंने अपने बड़े पिता जी की इस उपलब्धि पर इस सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया था। कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व विधायक जय चौबे, सूर्या ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी, पूर्व विधायक राकेश सिंह बघेल, प्रदीप सिंह सिसौदिया, पूर्व जिला पंचायत प्रत्याशी राम सिंह चौधरी, अपना दल एस नेता सतीश सिंह, राम सिंह पटेल आदि ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हुए डॉ रामचेत चौधरी का जोरदार स्वागत करते हुए उन्हे फूल मालाओं से लाद दिया वहीं उन्हे बुके और मोमेंटो प्रदान कर उनका मान बढ़ाया।

आपको बता दें कि महुली क्षेत्र के झिंगुरापार के रहने वाले डॉ. रामचेत चौधरी ने काला नमक पर शोध कर उसको वैश्विक पहचान दिलाई है। उन्होंने काला नमक की गुणवत्ता में सुधार किया।उनके इस शोध पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हे पद्मश्री से सम्मानित किया था। मंच से अपने संबोधन में डॉ. रामचेत ने बताया कि यह सम्मान जिले के लोगों के प्यार व आशीर्वाद के तहत मिला है। वह आगे भी कालानमक पर शोध जारी रखेंगे और किसानों को नई नई तकनीकी की जानकारी उपलब्ध कराएंगे। रामचेत चौधरी को पद्म श्री मिलने पर पूर्व विधायक जय चौबे, सूर्या ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी, पूर्व विधायक राकेश सिंह बघेल,बनर्जी लाल अग्रहरि, रामललित चौधरी, समेत अन्य ने बधाई दी है।

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