गोरखपुर – मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने कहा है कि कोविड के टीके से किसी की मौत नहीं होती है । यह टीका असरदार और सुरक्षित है । देश में टीके के कारण किसी भी मौत की पुष्टि नहीं हुई है । जिले में 15.48 लाख लोगों को कोविड का टीका लगाया जा चुका है और सभी लोग सुरक्षित हैं । बावजूद इसके पिपराईच और सहजनवां क्षेत्र में दो संदिग्ध मौत के मामलों की स्वास्थ्य विभाग जांच कराएगा । जांच रिपोर्ट शासन को प्रेषित की जाएगी ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मीडिया के माध्यम से यह संज्ञान में आया है कि पिपराईच क्षेत्र में एक 58 वर्षीय महिला की, जबकि सहजनवां क्षेत्र में 51 वर्षीय पुरुष की संदिग्ध मौत हुई है । दोनों लोगों ने कोविड का टीका भी लगवाया था । जब तक जांच न हो जाए तब तक मौत का कारण कोविड का टीका नहीं माना जा सकता है । उन्होंने लोगों से अपील की कि कोविड का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है और बिना किसी हिचक के इसे लगवाएं । यह कोविड संक्रमण तोड़ने का एक सशक्त माध्यम है ।
डॉ. पांडेय ने बताया कि जिले में 12.87 लाख लोगों को कोविड टीके की पहली डोज, जबकि 2.62 लाख लोगों को दूसरी डोज लगायी जा चुकी है । टीका लगने के बाद कुछ लोगों को हल्का बुखार होता है जो ठीक हो जाता है । इसके अलावा अन्य कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं देखा गया है । टीके के प्रति लोगों के बीच मांग बढ़ी है और लोग खुद आगे आकर टीका लगवा रहे हैं । टीका लगवाने के बावजूद लोगों को कोविड प्रोटोकॉल जैसे मॉस्क के इस्तेमाल, शारीरिक दूरी और हाथों की स्वच्छता आदि का ध्यान रखना है ।
👉 सहरुग्णता के साथ भी टीका सुरक्षित –
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कोविड का टीका बीपी, शुगर, टीबी जैसी सहरुग्णता के साथ भी लगा है और लाभार्थियों को कोई प्रतिकूल असर नहीं झेलना पड़ा । सरकार के नये दिशा-निर्देश के मुताबिक गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी कोविड का टीका लगाया जा रहा है । केवल गंभीर बीमारियों जैसे ह्रदय रोग, कैंसर आदि के मरीजों को चिकित्सक के परामर्श के साथ टीका लगाने का सुझाव दिया जाता है । कोविड का टीका 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए सुरक्षित है।