खबर के हेडलाइन सुनकर आप चौंक गए होंगे और ये सोचने लगे होंगे कि शायद किसी विकास नाम के व्यक्ति का किडनैपिंग अथवा वो अचानक कहीं लापता हो गया हो? पर ऐसा कुछ नही ! यहाँ किसी व्यक्ति का किडनैपिंग नही न ही विकास नाम का कोई शख्स यहां से लापता हुआ है….. यहां पर भाजपा सरकार के विकास की पोल खुली है, जी हां हम बात कर रहे हैं उस सड़क की जो भाजपा सरकार के विकास कार्यों, गड्ढा मुक्त सड़कों के दावों की पोल खोल रहा है, आज हम आपको उस पौराणिक राम जानकी मार्ग की बदहाली दिखाएंगे, जिसका रिश्ता माता जानकी और और प्रभु राम जे जुड़ा है..जिसे देखकर आप यही कहेंगे की हे राम। भगवान राम के नाम पर राजनीति कर सत्ता में आई बीजेपी आज इस पौराणिक सड़क के निर्माण की बात भूल गयी है।
ये तस्वीर है उस रामजानकी मार्ग की है , जो जनकपुर से चलकर अयोध्या को जोड़ता है, जिसकी दूरी लगभग 429 किलोमीटर है, लेकिन संतकबीरनगर के धनघटा छेत्र से रामनगर के बीच लगभग 13 किलोमीटर तक रामजानकी मार्ग की हालत ऐसी है, जिसपर चलना किसी जोखिम से उठाने से कम नही, और ये हम नही बल्कि इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों के साथ ही रामजानकी मार्ग की ये तस्वीर खुद अपनी कहानी बयां कर रही है, सरकार के द्वारा गड्ढा मुक्ति के लाख दावे किए जाते हैं, लेकिन इस पौराणिक राम जानकी मार्ग के गड्ढों को देख कर लगता है कि गड्ढा मुक्ति के दावे पूरी तरह से फेल हैं, आपको बता दें कि यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग भी घोषित है बावजूद इसके कोई सुधार होता नज़र नही आता, जबकि इसी धनघटा विधान सभा से श्रीराम चौहान विधायक और यूपी सरकार में मंत्री भी है, और प्रवीण निषाद सांसद हैं।वहीं स्थानीय लोगों की माने तो सरकार ने जो सड़कों के गड्ढा मुक्ति के दावे किए थे वो कहीं नजर नही आरहा है, बस बड़े बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन होता कुछ नही, औऱ जानकी माता के नाम से इस सड़क का जब ये हाल है, जिसर प्रभु राम औऱ माता जानकी, जनकपुर से चलकर अयोध्या गई, तो ज़रा सोचिए आखिर विकास कहां है