संतकबीरनगर – विश्व को शान्ति और एकता का संदेश देने वाले ऐतिहासिक बाबा कबीर की नगरी संत कबीर नगर में स्थित धर्म की धरती धर्मसिंहवा बाजार स्थान विभिन्न कार्यक्षेत्रो में अविस्मरणीय योगदान के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा है। इस क्षेत्र ने अपनी कोख से विभिन्न कालखण्डों में कई महत्वपूर्ण प्रतिभाओं को जन्म देकर इतिहास के सुनहरे अक्षरों में अपना नाम अंकित करने का गौरव हासिल किया है।अपनी पुरातन और सनातन संस्कृति के लिए ख्यातिलब्ध रहे इस धरती ने सामाजिक, धर्म,कला , संस्कृति, शिक्षा, और साहित्य के साथ-साथ अब व्यवसायिक क्षेत्र में भी उर्बरा बन रही है। जनपद सन्तकबीरनगर के धर्मसिंहवा थाना क्षेत्र की इन्ही प्रतिभाओं की कड़ी में व्यवसायिक क्षेत्र में उभरता हुआ नाम है केचुवाखोर गाँव के निवासी उद्यमी और युवाओ के प्रेरणास्रोत राजाराम त्रिपाठी का।जो वर्तमान में मुम्बई स्थित हेल्थ और वेलनेस प्रोडक्ट की एक प्रतिष्ठित डायरेक्ट सेलिंग कम्पनी में शीर्ष नेतृत्व पर कार्यरत हैं और अपनी अद्भुत प्रतिभा के बलबूते सीधे मार्केटिंग और नेटवर्किंग की दुनिया में जानें और पहचाने जाते हैं। एक बेहद सामान्य वर्गीय परिवार में आर्थिक असुरक्षा के बीच वर्ष 1974 में जन्मे राजाराम त्रिपाठी 3 भाइयों में सबसे छोटे है इनके पिता स्व. पं. श्री लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्वान थे. श्री त्रिपाठी को ईश्वर ने बचपन से मेधावी शक्तियों और कुछ कर गुजरने की क्षमता से परिपूर्ण कर रखा था।जो उन्हें गाँव की पगडण्डियों से खींचकर सपनो की नगरी मुम्बई ले गयी।यहीं से शुरू हुई राजाराम त्रिपाठी की सफलता का सफर जो आज उन्हें आज ख्यातिलब्ध डॉ नेल्सन मण्डेला नोबल शान्ति सम्मान और डॉक्टरेट की मानद उपाधि तक ले गयी।अपनी प्राथमिक शिक्षा गाँव के ही प्राथमिक विद्यालय, मेहदूपार से तथा इण्टरमीडिएट की शिक्षा ऐतिहासिक क़स्बा उसका बाजार के किसान इण्टर कॉलेज व स्नातक बाँसी के रतनसेन महाविद्यालय (सिद्धार्थनगर) से पूरी करने के बाद जीविकोपार्जन लक्ष्य की तलाश में वर्ष 1997 में बम्बई (मुम्बई) पहुँचे इस युवा को यहाँ एक डायमण्ड कम्पनी में हीरा तराशने का काम मिला।जहाँ लगभग एक दशक कार्य करने के बाद एक हेल्थ प्रोडक्ट कंपनी में डायरेक्ट सेलिंग और नेटवर्क मार्केटिंग का काम मिला। गाँव की पगडण्डियों से आकर मुम्बई जैसे आर्थिक शहर में लगातार अपने व्यवसायिक क्षेत्र में लगन और मेहनत के बलबूते पर संघर्ष करते हुए डायरेक्ट सेलिंग में वह महारत हासिल हुआ कि युवाओं के लिए नजीर बन गया।डायरेक्ट सेलिंग और नेतृत्व की कार्यकुशलता को इन्होंने उस चरमोत्त्कर्ष पर पहुँचाया कि डायरेक्ट सेलिंग और लीडरशिप के लिए *नेल्सन मण्डेला शांति नोबल पुरस्कार 2021* व *डॉक्टरेट* की मानद उपाधि से गुजरात के वडोदरा में बीते 4 सितंबर को विभूषित किया गया।अपनी डायरेक्ट सेलिंग और लीडरशिप का लोहा मनवाने वाले डा. राजाराम त्रिपाठी को समाज कल्याण गतिविधियों के माध्यम से सभी सीमाओं से परे होकर मानवता की सेवा करने के लिए, शांति निर्माण, शांतिप्रिय तथा शांति के लिए महान और उत्कृष्ट योगदान हेतु नेल्सन मण्डेला शान्ति नोबल सम्मान से नवाजा गया है। यह जानकारी श्री त्रिपाठी के भतीजे मनीष त्रिपाठी ने दूरभाष पर देते हुए इस सम्मान के लिए संस्था के शीर्ष नेतृत्व के प्रति आभार ज्ञापित किया है। जब कि इनके सम्मान से गदगद बड़े भाई पं. अवधेश नाथ त्रिपाठी, अंतराष्ट्रीय कथा व्यास ओंकार नाथ त्रिपाठी नेता जी सुभाष चन्द्र बोस इंटर मीडिएट कालेज के संस्थापक रामचंद्र शुक्ल, पूर्व प्रधानाचार्य प्रेमचंद्र शुक्ल, बृजेश चन्द्र त्रिपाठी, मनोज कुमार जयसवाल, हरिशंकर दूबे, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मुजाहिद आदि लोगों ने उन्हें इस कामयाबी के लिए बधाइयां दी।