यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ आज संतकबीरनगर जिले में पहुंचे जहां उन्होंने 125 करोड़ 99 लाख की लागत से बनकर तैयार हुए नवनिर्मित जिला कारागार का लोकार्पण किया, साथ ही विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
आपको बता दें कि यूपी सीएम आदित्यनाथ सबसे पहले पुलिस लाइन पहुंचे, हेलीकॉप्टर द्वारा पुलिस लाइन पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस लाइन से सड़क मार्ग द्वारा बनकटिया स्थित नव निर्मित जिला कारागार पहुंचे जहां उन्होंने जेल के लोकार्पण के साथ विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान मंच पर पहुंचे सीएम योगी का जिलाध्यक्ष जगदम्बा श्रीवास्तव, सदर विधायक जय चौबे,मेंहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल,सांसद प्रवीण निषाद, मंत्री तथा धनघटा विधायक श्रीराम चौहान, प्रभारी मंत्री रविन्द्र जायसवाल आदि ने सीएम योगी का स्वागत किया।जिला कारागार में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आज बहुप्रतीक्षित जेल का लोकार्पण मैंने किया,जेल एक सुधार गृह होता है,हमारी सरकार अपराधियों को सुधरने का एक मौका देती है, न सुधरने पर कड़ी कार्यवाही करती है। उन्होंने कहा कि जेल को जेल के रूप में रखा जाना सरकार ने सुनिश्चित किया है, यूपी के जेल अब अपराधियों के लिए मौज मस्ती के अड्डे नही रहे। कोरोना काल मे चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने जिस तरह से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया आज उन्ही सभी के मेहनत का परिणाम है यूपी में कोरोना का प्रकोप ज्यादे नही बढ़ने पाया,अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस के कार्यकाल में अगर कोरोना महामारी आती तो यूपी की भी हालत केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली जैसी होती। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने कुशल कोविड मैनेजमेंट किया है।कोरोना मृतकों के आश्रितों के लालन-पालन का काम भी सरकार कर रही है।।पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि साढ़े चार वर्ष पहले केवल भाई-भतीजा वाद और तुष्टिकरण वाली सरकार थी और राज्य गुंडाराज से परेशान था।हमारी सरकार ने अपराधियों की कमर तोड़ के रख दिया,प्रदेश में कानून का राज कायम हुआ,पिछली सरकार जिन गुंडों की इजाज़त के बगैर काम नही करती थी आज उन गुंडों को हमारी सरकार ने जमींदोज कर दिया। आज हमने लगभग 30 हजार महिला पुलिस कर्मियों की नियुक्तियां की हैं, जो महिला सुरक्षा को मजबूत कर रही हैं। सभी बाढ़ पीड़ितों के लिए हमारी संवेदना है, उन्हें सरकारी मदद और योजनाओं का लाभ पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।उन्होंने कहा कि संत कबीर नगर जनपद की पहचान पहले बखिरा बर्तन से हुआ करती थी, लेकिन पिछली सरकारों में उसकी उपेक्षा हुई। हमारा प्रयास है कि बखिरा बर्तन उद्योग वैश्विक स्तर पर पहचान बना सके। इससे स्थानीय स्तर पर युवाओं व महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
उन्होंने कहा कि संत कबीरनगर के लोगों को इलाज के लिए लखनऊ और दिल्ली जाना पड़ता था, लेकिन अब जनपदों में मेडिकल कॉलेज बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। संत कबीरनगर में भी PPP मॉडल के तहत मेडिकल कॉलेज की सौगात दी जाएगी।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से संत कबीरनगर में ‘कबीर पीठ’ का कार्य तेजी से चल रहा है व अंतिम चरण में है। जल्द ही उसके लोकार्पण की शुभ घड़ी भी आने वाली है। संत कबीर नगर 24 वर्ष पूर्व जिन आशाओं को लेकर गठित हुआ था वो पूरी नहीं हो पाईं थीं। यहां एक साथ लगभग 245 करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास होना इस बात का प्रमाण है कि यह जिला भी विकास की दौड़ में अब पीछे नहीं रहेगा।