&रोजगार सेवक,कोटेदार,पूर्व प्रधान द्वारा किया गया आवास में वसूली,सोशल आडिट में खुली पोल।
सांथा ब्लाक क्षेत्र में आवास के नाम पर वसूली रूकने का नाम नहीं ले रही है। यहां जिम्मेदार भी प्रधानमंत्री आवास योजना में वसूली करने में तनिक भी नहीं हिचक रहे हैं। पूरा मामला ब्लाक क्षेत्र के भानपुर माफी का है जहां पर पूर्व प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी, कोटेदार और रोजगार सेवक तक प्रधानमंत्री आवास में जमकर वसूली किए हैं। जिसका खुलासा पिछले हफ्ते सोशल आडिट टीम के द्वारा गांव में हुई आडिट में हुआ।
ब्लाक क्षेत्र के भानपुर माफी में पूर्व प्रधान , ग्राम पंचायत अधिकारी, कोटेदार और रोजगार सेवक सब जहां पाये आवास के नाम पर वहीं वसूली कर लिए। सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना का जनता तक पहुंचने के पहले जब जिम्मेदार ही लाभ देने के नाम पर वसूली कर रहे हैं तो और की बात छोड़िए। जिसका खुलासा सोशल आडिट में यह मामला सामने आया कि पूर्व प्रधान द्वारा आवास के नाम पर पूर्व प्रधान द्वारा दस हजार तक की वसूली की गई है। तो वहीं रोजगार सेवक द्वारा भी आवास के नाम पर धन की वसूली की गई है। कमलावती पत्नी राधेश्याम का कहना है कि पूर्व प्रधान द्वारा आवास के नाम पर दस हजार जबकि रोजगार सेवक द्वारा तीन हजार लिया गया है। किसमती पत्नी चन्द्रप्रकाश दस हजार, आशा पत्नी बिन्दू ने बताया कि रोजगार सेवक द्वारा आवास के नाम पर पंद्रह हजार लिया गया है। जबकि त्रिलोकी पुत्र मुरली द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा आवास के नाम पर पैसा लिया गया है। सिराजुद्दीन पुत्र सोहबत द्वारा बताया गया कि आवास के नाम पर रोजगार सेवक द्वारा दस हजार यह कहकर लिया गया है कि सेक्रेटरी को देना है। वहीं अनीता पत्नी सुरेश द्वारा बताया गया कि कोटेदार द्वारा आवास के नाम पर दस हजार लिया गया है। भानपुर माफी में आवास के नाम पर जो जहां पा रहा है वह वसूली कर रहा है।
सबसे चौंकाने वाली बात तो यह आयी कि नाजमा पत्नी रहमत हुसैन के पास खपरैल मकान तो है लेकिन इनका परिवार बहुत दिनों से बाहर रहता है लेकिन इनके नाम से आवास निकाला गया है। वहीं रोजगार सेवक के पिता राजाराम के नाम से पशुसेड का निर्माण करवाया गया है जबकि राजाराम का गांव के इंद्रमती नाम के महिला के जाबकार्ड में नाम में डालकर मनरेगा मजदूरी का भुगतान करवाया गया है कि जबकि गांव में पूछने पर यह पता चला कि राजाराम के घर में इन्द्रमती नाम की कोई महिला नहीं है। इस पूरे प्रकरण में भानपुर माफी के ग्राम पंचायत अधिकारी अभिषेक रावत से बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल नम्बर दिन भर बंद जाता रहा।
जरा जिम्मेदारों की भी सुनिए।
मुझे आवास योजना से कोई मतलब नहीं है। प्रधान लोग आवास का काम करवातें है। आवास के नाम पर मैंने किसी भी प्रकार की वसूली नहीं किया है। मुझे फंसाया जा रहा है।
तपानाथ
रोजगार सेवक
ग्राम पंचायत भानपुर माफी।
मेरे द्वारा किसी भी आवास का आवंटन नहीं किया गया है। सब पूर्व प्रधान के कार्यकाल का है। मुझे इस मामले से कोई लेना देना नहीं है।
अकरम हुसेन
वर्तमान प्रधान
भानपुर माफी।
मैं आवास में कौन होता हूं कुछ करने वाला। आवास का मामला ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक जाने। मैं किसी से आवास के नाम पर वसूली नहीं किया हूं।
विश्वनाथ
कोटेदार
भानपुर माफी।