सुलतानपुर—2014 में देश की सत्ता का परिवर्तन हुआ,मोदी की ऐसी सुनामी आई कि समूचे विपक्ष की नींव हिल गई। 2017 यूपी चुनाव में ये इफेक्ट साफ दिखा। अब जब एक बार यूपी में चुनावी बयार शुरु हुई है तो जनाधार खो चुकी समाजवादी पार्टी गली-गली जाकर जमीन हमवार करने में जुटी है। लेकिन उसके नेता ही उसका बंटाधार करने में लगे हैं। अब जरा 2012 में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के राइट हैंड कहे जाने वाले पूर्व विधायक अरुण वर्मा के बोल सुन लीजिए। वो कह रहे हैं कि हम लोग साइकिल से गांव-गांव जा करके समाजवादी पार्टी को हटाने का काम करेंगे। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो सपा खेमे में हड़कंप मच गया है।
जिले के जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व सपा विधायक अरुण वर्मा पिछले एक सालों से क्षेत्र में सक्रिय हैं। सुख-दुःख में लोगों के बीच पहुंचने से लेकर आम आदमी के मुद्दों को लेकर वो सड़कों पर निरंतर उतर रहे हैं। जितना वो सड़कों पर दिख रहे उतना ही सोशल साइटों पर भी एक्टिव हैं। लेकिन उनके एक बयान से न सिर्फ उनकी बल्कि पूरी पार्टी सवालों के घेरे में आ गई है। दरअस्ल पूर्व विधायक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें वो कह रहे हैं कि प्रदेश में डीजल, पेट्रोल महंगा होने से किसान व नवजवान परेशान है। मंहगाई के चलते लोग अब साइकिल से चलने को मजबूर हैं। जो समाजवादी पार्टी का सिंबल है हम लोग साइकिल से गांव-गांव जा करके समाजवादी को हटाने का काम करेंगे।पूर्व विधायक का ये बेतुका बयान अब खुद उनके गले का फास बनता दिखाई दे रहा है। इस बयान से सपा कार्यकर्ताओ में जहां नाराजगी देखने को मिल रही हैवही क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है। उक्त वायरल वीडियो ज्ञानेश्वर मिश्र की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम का बताया जा रहा है।