संतकबीरनगर– गत 19 सितंबर की रात्रि में शहर कोतवाली के छाछापार गाँव निवासी जगदीश चौधरी हत्याकांड मामले के खुलासे पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए परिजनों ने पुलिस की कार्यवाही को जल्दबाज़ी में की गई कार्यवाही करार देकर सही जांच न करने का आरोप मढ़ा है। मृतक के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने खुद की पीठ थपथपाने के चक्कर मे जल्दबाजी दिखाते हुए गोलू कन्नौजिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा जबकि अकेले गोलू के बस में हत्या को अंजाम देने की औकात नही थी,इसमें अन्य भी लोग शामिल हैं। मृतक के परिजनों ने ये भी आरोप लगाया है कि दुकान का शटर खोलकर काउंटर से 01 लाख की नकदी गायब होने की बात भी पुलिस हज़म कर गयी। आपको बता दें कि हार्डवेयर व्यापारी बुजुर्ग जगदीश की हत्या मामले में परिजनों ने गोलू कन्नौजिया के साथ अन्य अज्ञातों के नाम पुलिस को तहरीर घटना के सुबह दी थी जिसपर पुलिस ने गोलू को अरेस्ट कर घटना का खुलासा कर उसे जेल भेज दिया किंतु दुकान के दराज से चोरी हुए लाख रुपयों और अन्य अज्ञात हत्यारों के बारे में सारी बातें पचा गयी। नौजवान कप्तान साहब को आखिर खुलासे में क्या जल्दबाज़ी थी ये तो वो खुद बता सकतें हैं, पर परिजनों के द्वारा सीएम योगी को दिए गए शिकायती पत्र तो यही तस्दीक कर रहें कि नौजवान ऊर्जावान एसपी साहब खुद की पीठ थपथपाने के चक्कर मे जल्दबाज़ी कर गए।मृतक के परिजनों ने सीएम योगी से गुहार लगाते हुए निवेदन किया है कि घटना की उच्चस्तरीय जांच कराकर हमे न्याय दिया जाए।