अयोध्या-रिपोर्ट-राहुल कुमार- युवा समागम कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे संतकबीरनगर जिले के लोकप्रिय भाजपा नेता वैभव चतुर्वेदी ने मुख्यातिथि तेजस्वी सूर्या का हजारों समर्थकों के साथ ज़ोरदार स्वागत करते हुए उन्हें प्रतीक चिन्ह के रूप में हनुमानजी जी की मूर्ति भेंट की।
आपको बता दें कि तेजस्वी सूर्या बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ बंगलोर दक्षिणी के सांसद हैं जिनके अयोध्या में प्रथम आगमन के अवसर पर संतकबीरनगर जिले से पहुंचे युवाओं में अति लोकप्रिय भाजपा नेता वैभव चतुर्वेदी ने हजारों की संख्या में उनका स्वागत करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह के रूप में श्रीराम भक्त हनुमान जी की मूर्ति सप्रेम भेंट की।गौरतलब हो कि बंगलौर दक्षिणी से बीजेपी सांसद भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं जिनके स्वागत और उनसे आशीर्वाद लेने संतकबीरनगर से अयोध्या पहुंचे वैभव चतुर्वेदी ने उन्हें हनुमानजी की मूर्ति भेंट की।चूंकि तेजस्वी सूर्या स्वयं हनुमानजी जी मे विशेष आस्था रखतें हैं इसलिए भाजपा नेता वैभव के द्वारा मिले हनुमान जी की मूर्ति को उन्होंने आदर भाव से स्वीकार कर एकांत में जिले की राजनीति को लेकर वैभव से चर्चा की। युवा समागम में शिरकत करने के पहले बेंगलुरु दक्षिण के सांसद और बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या संतकबीरनगर जिले के भाजपा नेता वह के साथ हनुमानगढ़ी पहुंचे, जहां पर उन्होंने दर्शन पूजन किया और फिर रामलला के दरबार में माथा टेका। उनके साथ राष्ट्रीय स्तर के सभी युवा पदाधिकारी तो मौजूद ही रहे साथ ही कैसरगंज सीट से सांसद ब्रिज भूषण शरण सिंह और बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी भी मौजूद रहे। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए तेजस्वी सूर्या ने कहा कि मैं एक राम भक्त हनुमान जी के जन्म स्थान कर्नाटका से आता हूं, त्रेता युग मे जिस तरह हनुमानजी भगवान श्रीराम की सेवा किये थे उसी की तरह इस युग में राम लला की सेवा करने मैं आया हूँ,आज जब संतकबीरनगर जिले के वैभव जी ने मुझे मेरे भगवान की मूर्ति मुझे भेंट स्वरूप दी तब मुझे बड़ी खुशी हुई। मैं हनुमान जी के धाम से भगवान श्रीराम के धाम राम लला की सेवा करने और राम भक्तों का आशीर्वाद लेने आया हूं, ये बहुत खुशी की बात है कि आज मुझे अवध एवं गोरख प्रान्त के सक्रिय युवाओं का स्नेह मिला और हम सभी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने एक साथ प्रभु श्री राम जी के आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला है।