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डॉ उदय की यश भारती एवार्डीयों "रामाश्रय-पन्नेलाल" ने की तारीफ़ - Satyamev Times Media Network.
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जनवरी माह में डॉ उदय आयोजित कराएंगे महा दंगल मुकाबला...
संतकबीरनगर जिले में कुश्ती को बढ़ावा देने के साथ पहलवानों का हौसलाअफजाई करने वाले समाजसेवी डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी की प्रशंसा यश भारती एवार्डी रहे पहलवान रामाश्रय यादव और पन्नेलाल यादव ने की है। दोनों यश भारती एवार्डीयों ने समाजसेवी डॉ उदय की प्रशंसा करते हुए कहा कि बीते कई वर्षों से समाजसेवी डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी के द्वारा पूर्वांचल भर की प्रतिभाओं को दंगल के माध्यम से निखारा जाता चला आ रहा है जिसके लिए वे बधाई के पात्र है।लिए शुरू की गई पहल का शहर के पहलवानों ने स्वागत किया है। डॉ उदय के द्वारा कुश्ती खेल को जिस तरह से बढ़ावा और प्रोत्साहन दिया जा रहा है उसका सुखद परिणाम भी देखने को मिल रहा है, पारंपरिक और प्राचीन खेल कुश्ती की तरफ अब युवाओं का आकर्षण और बढ़ा है। दरअसल दोनों एवार्डी रामाश्रय यादव और पन्नेलाल यादव एक निजी कार्यक्रम के तहत जिले में आये थे जहां से दोनों समाजसेवी डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी से मिलने सूर्या इंटरनेशनल एकेडमी पहुंचे थे जहां दोनों ने डॉ उदय से मुलाकात करने के साथ उनके द्वारा कुश्ती खेल को बढ़ावा दिए जाने के प्रयास की प्रशंसा की। दोनों एवार्डी पहलवानों ने कहा कि कुश्ती हमारी प्राचीन धरोहर है, जिसको बढ़ावा देने वाले डॉ उदय बधाई के पात्र है। इस अवसर पर समाजसेवी डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी ने कहा कि पारंपरिक खेल को बढ़ावा देने के लिए वो विगत कई वर्षों से दंगल प्रतियोगिताओं का आयोजन कराते चले आ रहें है। इस खेल को बचाकर रखना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है। यह खेल भारत देश की पहचान है। कुश्ती हमारी प्राचीन धरोहर है। आधुनिक परिवेश में अन्य खेलों के मुकाबले कुश्ती का महत्व कम होता जा रहा है। जो देश हित में नहीं है। कुश्ती प्रतियोगिताओं को प्रोत्साहन देकर प्राचीन खेल को सुरक्षित रखने की आवश्यक्ता है।सत्यमेव टाइम्स से बातचीत करते हुए डॉ उदय ने कहा कि आज के युवा पढ़ाई के अलावा खेलकूद में भी अपना करियर बना रहे हैं। उन्होंने  कहा कि हमारी प्राचीन परंपराओं व संस्कृति को आज पश्चिमी देश भी अपना रहे हैं। हमें भी अपने प्राचीन संस्कृति व परंपरा को बनाए रखने का संकल्प लेना होगा।

डॉ उदय की यश भारती एवार्डीयों “रामाश्रय-पन्नेलाल” ने की तारीफ़

जनवरी माह में डॉ उदय आयोजित कराएंगे महा दंगल मुकाबला…
संतकबीरनगर जिले में कुश्ती को बढ़ावा देने के साथ पहलवानों का हौसलाअफजाई करने वाले समाजसेवी डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी की प्रशंसा यश भारती एवार्डी रहे पहलवान रामाश्रय यादव और पन्नेलाल यादव ने की है। दोनों यश भारती एवार्डीयों ने समाजसेवी डॉ उदय की प्रशंसा करते हुए कहा कि बीते कई वर्षों से समाजसेवी डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी के द्वारा पूर्वांचल भर की प्रतिभाओं को दंगल के माध्यम से निखारा जाता चला आ रहा है जिसके लिए वे बधाई के पात्र है।लिए शुरू की गई पहल का शहर के पहलवानों ने स्वागत किया है। डॉ उदय के द्वारा कुश्ती खेल को जिस तरह से बढ़ावा और प्रोत्साहन दिया जा रहा है उसका सुखद परिणाम भी देखने को मिल रहा है, पारंपरिक और प्राचीन खेल कुश्ती की तरफ अब युवाओं का आकर्षण और बढ़ा है। दरअसल दोनों एवार्डी रामाश्रय यादव और पन्नेलाल यादव एक निजी कार्यक्रम के तहत जिले में आये थे जहां से दोनों समाजसेवी डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी से मिलने सूर्या इंटरनेशनल एकेडमी पहुंचे थे जहां दोनों ने डॉ उदय से मुलाकात करने के साथ उनके द्वारा कुश्ती खेल को बढ़ावा दिए जाने के प्रयास की प्रशंसा की। दोनों एवार्डी पहलवानों ने कहा कि कुश्ती हमारी प्राचीन धरोहर है, जिसको बढ़ावा देने वाले डॉ उदय बधाई के पात्र है। इस अवसर पर समाजसेवी डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी ने कहा कि पारंपरिक खेल को बढ़ावा देने के लिए वो विगत कई वर्षों से दंगल प्रतियोगिताओं का आयोजन कराते चले आ रहें है। इस खेल को बचाकर रखना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है। यह खेल भारत देश की पहचान है। कुश्ती हमारी प्राचीन धरोहर है। आधुनिक परिवेश में अन्य खेलों के मुकाबले कुश्ती का महत्व कम होता जा रहा है। जो देश हित में नहीं है। कुश्ती प्रतियोगिताओं को प्रोत्साहन देकर प्राचीन खेल को सुरक्षित रखने की आवश्यक्ता है।सत्यमेव टाइम्स से बातचीत करते हुए डॉ उदय ने कहा कि आज के युवा पढ़ाई के अलावा खेलकूद में भी अपना करियर बना रहे हैं। उन्होंने  कहा कि हमारी प्राचीन परंपराओं व संस्कृति को आज पश्चिमी देश भी अपना रहे हैं। हमें भी अपने प्राचीन संस्कृति व परंपरा को बनाए रखने का संकल्प लेना होगा।

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