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जोधपुर | Lathi charge on Asaram’s supporters : आसाराम नाबालिग लड़की से बलात्कार की सजा जोधपुर जेल में काट रहे हैं. कोर्ट में उनका आरोप सिद्ध होने के बाद उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई है. लेकिन आज जब आसाराम को जेल से निकालकर उनके इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था तब हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए. लोगों की भीड़ उनके दर्शन मात्र के लिए पागल हो रही थी. सड़कों के दोनों किनारों में उनके समर्थक हाथ जोड़े खड़े हुए थे. हालात कुछ ऐसे बन गए थे कि पुलिस को आसाराम को ले जाने के लिए सड़क पर भी जगह नहीं मिल रही थी. पुलिस ने कई बार लोगों से सड़क खाली करने की अपील की लेकिन लोग कुछ सुनने समझने को तैयार नहीं थे.  इसके बाद मजबूरी में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. पुलिस की लाठीचार्ज को कई महिला समर्थकों को चोट लगी है. सोशल मीडिया में भी पुलिस की लाठी चार्ज का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.

तबीयत नासाज थी इसलिए अस्पताल ले जा रहे थी पुलिस

Lathi charge on Asaram’s supporters : जोधपुर कारागार में बंद आसाराम की तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कारागार में उनका इलाज कर रहे डॉक्टर ने ब अस्पताल ले जाकर कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दी थी. इसी के बाद आसाराम को इलाज और कुछ जांचों के लिए पुलिस अस्पताल लेकर जा रही थी. इसी क्रम में किसी तरह समर्थकों को इस बात की जानकारी लग गई और उन्होंने सड़क पर डेरा जमा लिया. सड़क पर उतरे लोगों में ज्यादा संख्या महिलाओं की थी इसीलिए लाठीचार्ज में ज्यादा चोटें उन्हीं ही आई हैं.

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कोर्ट में पाया गया था दोषी

बता दें कि 2013 में एक नाबालिक लड़की ने आसाराम पर बलात्कार के आरोप लगाए थे. उसके बाद कई वर्षों तक पुलिस की टीम आरोपों की जांच करती रही. अंत में 2018 मैं जोधपुर कोर्ट ने आसाराम के ऊपर लगे आरोपों को सही मानते हुए उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. आसाराम के साथ ही सहयोगी शिल्पी और शरतचंद्र को भी 20-20 साल की सजा मिली थी.

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आसाराम को देखने के लिए उमड़ी थी भीड़, नहीं संभले हालात तो पुलिस को करना पड़ा लाठी चार्ज…-Hindi News

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जोधपुर | Lathi charge on Asaram’s supporters : आसाराम नाबालिग लड़की से बलात्कार की सजा जोधपुर जेल में काट रहे हैं. कोर्ट में उनका आरोप सिद्ध होने के बाद उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई है. लेकिन आज जब आसाराम को जेल से निकालकर उनके इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था तब हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए. लोगों की भीड़ उनके दर्शन मात्र के लिए पागल हो रही थी. सड़कों के दोनों किनारों में उनके समर्थक हाथ जोड़े खड़े हुए थे. हालात कुछ ऐसे बन गए थे कि पुलिस को आसाराम को ले जाने के लिए सड़क पर भी जगह नहीं मिल रही थी. पुलिस ने कई बार लोगों से सड़क खाली करने की अपील की लेकिन लोग कुछ सुनने समझने को तैयार नहीं थे.  इसके बाद मजबूरी में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. पुलिस की लाठीचार्ज को कई महिला समर्थकों को चोट लगी है. सोशल मीडिया में भी पुलिस की लाठी चार्ज का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.

तबीयत नासाज थी इसलिए अस्पताल ले जा रहे थी पुलिस

Lathi charge on Asaram’s supporters : जोधपुर कारागार में बंद आसाराम की तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कारागार में उनका इलाज कर रहे डॉक्टर ने ब अस्पताल ले जाकर कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दी थी. इसी के बाद आसाराम को इलाज और कुछ जांचों के लिए पुलिस अस्पताल लेकर जा रही थी. इसी क्रम में किसी तरह समर्थकों को इस बात की जानकारी लग गई और उन्होंने सड़क पर डेरा जमा लिया. सड़क पर उतरे लोगों में ज्यादा संख्या महिलाओं की थी इसीलिए लाठीचार्ज में ज्यादा चोटें उन्हीं ही आई हैं.

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बता दें कि 2013 में एक नाबालिक लड़की ने आसाराम पर बलात्कार के आरोप लगाए थे. उसके बाद कई वर्षों तक पुलिस की टीम आरोपों की जांच करती रही. अंत में 2018 मैं जोधपुर कोर्ट ने आसाराम के ऊपर लगे आरोपों को सही मानते हुए उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. आसाराम के साथ ही सहयोगी शिल्पी और शरतचंद्र को भी 20-20 साल की सजा मिली थी.

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