Countdown To Mothers Day
सत्यमेव टाइम्स में आपका स्वागत है डॉक्टर को ऐसे ही नहीं धरती का भगवान कहा जाता है, ये सिद्ध किया है आर्यन हॉस्पिटल गोरखपुर के डॉ.डी.पी सिंह एवं उनकी टीम ने लखनऊ वासी 64 वर्षीय सत्य प्रकाश पांडेय (रिटायर्ड जॉइंट रजिस्ट्रार ,उच्च न्यायालय लखनऊ),जिनको अम्बिलाइकल और इंगुइनल हर्निया, लिवर सिरोसीस, एसाइटिस, आँत में प्रतिवर्ती ऑब्सट्रक्सन् तथा लिवर कैंसर समेत अन्य कई गंभीर शारीरिक विकारों से ग्रसित थे। इनकी गंभीर हालत को देखकर लखनऊ और दिल्ली के डॉक्टरों ने भी जवाब दे दिया था। तब डॉ डी.पी. सिंह ने इन्हें अपने अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू किया। कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी की वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक् छमता पर भी असर पड़ा था।ऐसी हालत में आपरेशन करना अत्यंत जटिल हो जाता है,रक्तस्राव होने पर रुक नही पाता। इसके लिए सर्वप्रथम रोगी की हालत को स्थिर करना आवश्यक था।तब डॉ डीपी सिंह ने पहले दवाओं द्वारा मरीज़ की हालत को स्थिर एवं सर्जरी योग्य बनाया,उसके बाद सर्जरी टीम द्वारा सफलतापूर्वक सर्जरी की गई। मरीज़ की पत्नी श्रीमती पुष्पा पांडेय ने डॉ डीपी सिंह तथा उनकी टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके और उनके परिवार के लिए ये किसी करिश्मे से कम नहीं है। परिवार ने तो यहां आने के पहले उम्मीद खो दी थी, पर आर्यन हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने जिस प्रकार सारी स्थिति को संभाला है वो अकल्पनीय है।

दिल्ली के जवाब देने के बाद अति गंभीर लिवर कैंसर के मरीज़ का गोरखपुर आर्यन हॉस्पिटल में हुआ सफल ईलाज

डॉक्टर को ऐसे ही नहीं धरती का भगवान कहा जाता है, ये सिद्ध किया है आर्यन हॉस्पिटल गोरखपुर के डॉ.डी.पी सिंह एवं उनकी टीम ने लखनऊ वासी 64 वर्षीय सत्य प्रकाश पांडेय (रिटायर्ड जॉइंट रजिस्ट्रार ,उच्च न्यायालय लखनऊ),जिनको अम्बिलाइकल और इंगुइनल हर्निया, लिवर सिरोसीस, एसाइटिस, आँत में प्रतिवर्ती ऑब्सट्रक्सन् तथा लिवर कैंसर समेत अन्य कई गंभीर शारीरिक विकारों से ग्रसित थे। इनकी गंभीर हालत को देखकर लखनऊ और दिल्ली के डॉक्टरों ने भी जवाब दे दिया था। तब डॉ डी.पी. सिंह ने इन्हें अपने अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू किया। कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी की वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक् छमता पर भी असर पड़ा था।ऐसी हालत में आपरेशन करना अत्यंत जटिल हो जाता है,रक्तस्राव होने पर रुक नही पाता। इसके लिए सर्वप्रथम रोगी की हालत को स्थिर करना आवश्यक था।तब डॉ डीपी सिंह ने पहले दवाओं द्वारा मरीज़ की हालत को स्थिर एवं सर्जरी योग्य बनाया,उसके बाद सर्जरी टीम द्वारा सफलतापूर्वक सर्जरी की गई। मरीज़ की पत्नी श्रीमती पुष्पा पांडेय ने डॉ डीपी सिंह तथा उनकी टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके और उनके परिवार के लिए ये किसी करिश्मे से कम नहीं है। परिवार ने तो यहां आने के पहले उम्मीद खो दी थी, पर आर्यन हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने जिस प्रकार सारी स्थिति को संभाला है वो अकल्पनीय है।

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