मेंहदावल। प्रधानमंत्री आवास योजना ने तहसील क्षेत्र में बहुतों के सिर पर छत उपलब्ध कराया है, लेकिन काफी संख्या में अभी भी गरीब परिवार इस योजना से लाभान्वित नहीं हो सके हैं। गरीबों का गुजारा बेहद मुश्किल हो रहा है। हालांकि जिम्मेदार प्रत्येक गरीब को प्रधानमंत्री आवास देने का दावा करते हैं लेकिन जमीनी हकीकत इससे जुदा है। योजना के पात्र जिम्मेदारों को पत्र लिखकर और उनसे मिलकर बता रहे हैं कि साहब, ठंड में पन्नी तानकर गुजारा करना बहुत कठिन हो रहा है। कुछ कीजिए, जिससे उनके सिर पर छत हो जाए। सांथा विकास खण्ड के क्षेत्र के रमवापुर गांव में रेशमी पत्नी योगेंद्र का प्रधानमंत्री आवास योजना के लिस्ट में नाम भी है लेकिन साहब लोगो की शिथिलता के वजह से रेशमी को लाभ नही मिल पा रहा है। गुहार लगाने के बाद भी अभी तक रेशमी को आवास नहीं मिल सका। रेशमी ने कहा कि कई बार ब्लाक व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से आवास को लेकर गुहार लगाई गई, लेकिन अभी आश्वासन ही हमारे हिस्से में दर्ज है। इसी इनके रहने के लिए कच्चे मकान पर तनी हुई पन्नी छाजन का काम कर रही है। जैसे तैसे परिवार ने बरसात बिताई तो अब ठंड सामने खड़ा है। वही इस बारे में जब खंड विकास अधिकारी से इस बारे में जानने की कोशिश की गई तो उनका फ़ोन नही मिला