संतकबीरनगर – जिले के विभिन्न व्हाट्स एप ग्रुपों में गत दिनों पड़ी स्थानीय बीजेपी नेता विवेकानंद वर्मा की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात से जुड़ी तस्वीर जिले की सियासत में हलचल पैदा कर दी है। सीएम और वरिष्ठ बीजेपी नेता विवेकानंद वर्मा की ये तस्वीर उन टिकटतार्थियों के लिए भी बेचैनी का सबब बन बैठा है जो नगर निकाय चुनाव के लिए खलीलाबाद सीट से अपनी दावेदारी कर इन दिनों जुलुश निकालकर शक्ति प्रदर्शन कर रहें है। शक्ति प्रदर्शन करने वाले चेहरों को ये पता भी है कि स्वयं विवेकानंद वर्मा भी इस बार टिकट की मांग कर रहें है और उनका तकरीबन ३० वर्षों से ज्यादे समय से योगी जी से अच्छे संबंध है। नए लड़ाकुओं को ये बात भी पता है कि विवेकानंद वर्मा बीते विधान सभा चुनाव में उस क्षेत्र के प्रभारी रहे जहां से योगी जी स्वयं चुनाव लड़कर विधायक बने और अब मुख्यमंत्री है। ऐसी परिस्थिति में सभी नए लड़ाकुओं के मन में बस यही डर है कि कहीं विवेकानंद वर्मा अपने लम्बे राजनैतिक अनुभव, मुख्यमंत्री से डायरेक्ट संबंधों और पार्टी के प्रति निष्ठा के बल पर कहीं टिकट की बाजी न मार लें। खैर !!
होई है वही जो राम रुचि राखा, को करि तर्क बढ़ावै साखा॥ रामचरित्र मानस की ये चौपाई हमे कुछ और परिणाम के तरफ नही ले जाना चाहती है इसलिए आते है असल विंदु की ओर। जिले के विभिन्न व्हाट्स एप ग्रुपों और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मो पर पड़ी योगी जी के साथ वरिष्ठ बीजेपी नेता विवेकानंद वर्मा की ये तस्वीर तीन दिन पुरानी है जिसपर तमाम सोशल मीडिया से जुड़े स्वतंत्र पत्रकारों ने अपनी अपनी राय जाहिर करते हुए इसके संबंध में खबर फेसबुक और व्हाट्स एप ग्रुपों पर दौड़ाई थी, सभी ने जो कुछ लिखा उसके इतर हम इस तस्वीर की सही कहानी आपको यहां बताने जा रहें हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके लखनऊ स्थित आवास पर उनसे मिलने गए वरिष्ठ भाजपा नेता विवेकानंद वर्मा और सीएम के बीच जिन जिन मुद्दों को लेकर चर्चा हुई उसमे अधिकतर बातें नगर इलाके के विकास से जुड़ी हुई थी, शहर की खूबसूरती और विकास को लेकर जब सीएम योगी ने विवेकानंद से राय पूंछी तब उन्होंने सीवर लाइन, पाइप लाइन आदि की मांग उठाते हुए मुख्यालय पर बस डिपो और पुरानी तहसील को टाउन हाल के रूप में विकसित करने की मांग करने के साथ उनका आशीर्वाद लिया। आपको बता दें कि विधान सभा चुनाव -2022 के दौरान गोरखपुर सदर विधानसभा सीट के प्रभारी रहे कुशल चुनाव संचालनकर्ता और पिछले नगर निकाय चुनाव में सदर सीट(नगरपालिका खलीलाबाद) पर कमल खिलाने में अहम किरदार अदा करने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता विवेकानंद वर्मा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच तकरीबन आधे घंटे की बातचीत हुई। बातचीत के दौरान जिले की सभी सीटों पर जिताऊ और टिकाऊ प्रत्याशियों के बारे में सीएम ने विवेकानंद वर्मा से फीडबैक लेते हुए विवेकानंद वर्मा को पार्टी हित में कार्य करते रहने की सीख देते हुए नगर निकाय चुनाव में कमल खिलाने के लिए मंत्र दिया।