Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wp-statistics domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home1/digit2gw/satyamevtimes.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home1/digit2gw/satyamevtimes.com/wp-includes/functions.php on line 6114
संघर्षों की कोख से पैदा होते हैं महाराणा प्रताप जैसे महापुरुष - "सचिंद्र" - Satyamev Times Media Network.
Time in United States now
सत्यमेव टाइम्स में आपका स्वागत है
संतकबीरनगर -महाराणा प्रताप जैसे महापुरुष संघर्ष की कोख से पैदा होते हैं। यह कहना है जिले के युवा समाजसेवी सचिंद्र पाल सिंह उर्फ सचिन सिंह का। जिन्होने महाराणा प्रताप की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। सचिन पाल सिंह ने कहा कि जब भी भारतीय इतिहास में वीरों का नाम याद किया जाता है, तब महाराणा प्रताप का नाम सबसे आगे आता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक युग में समय-काल के अनुरूप नायक पैदा होते रहते हैं। देश के निर्माण में अनेक महापुरुषों का योगदान है।  महाराणा प्रताप को अपने वश में करने के अकबर के सभी प्रयास विफल रहे तब हल्दीघाटी का ऐतिहासिक युद्ध हुआ। महाराणा प्रताप ने पूरी सजगता और अप्रतिम वीरता के साथ युद्ध लड़ा। इस युद्ध में महाराणा का प्रिय चेतक बलिदान हो गया। उनका संघर्ष और योगदान युगों तक याद किया जाएगा।  उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के शौर्य और बहादुरी की चर्चा पूरी दुनिया में होती है। उन्होंने अपने पराक्रम से मुगलों को नाकों चने चबवा दिए थे। उनकी वीरता के अनेक किस्से मशहूर हैं। युवा पीढ़ी को ऐसे महान व्यक्तित्व से प्रेरणा लेनी चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि जीवन ही एक युद्ध है, महाराणा प्रताप के जीवन से निरंतर संघर्ष करते रहने की प्रेरणा मिलती है, महाराणा प्रताप का पूरा जीवन संघर्षों से घिरा रहा, लेकिन वे अपने लक्ष्य से विचलित नहीं हुए

संघर्षों की कोख से पैदा होते हैं महाराणा प्रताप जैसे महापुरुष – “सचिंद्र”

संतकबीरनगर -महाराणा प्रताप जैसे महापुरुष संघर्ष की कोख से पैदा होते हैं। यह कहना है जिले के युवा समाजसेवी सचिंद्र पाल सिंह उर्फ सचिन सिंह का। जिन्होने महाराणा प्रताप की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। सचिन पाल सिंह ने कहा कि जब भी भारतीय इतिहास में वीरों का नाम याद किया जाता है, तब महाराणा प्रताप का नाम सबसे आगे आता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक युग में समय-काल के अनुरूप नायक पैदा होते रहते हैं। देश के निर्माण में अनेक महापुरुषों का योगदान है।  महाराणा प्रताप को अपने वश में करने के अकबर के सभी प्रयास विफल रहे तब हल्दीघाटी का ऐतिहासिक युद्ध हुआ। महाराणा प्रताप ने पूरी सजगता और अप्रतिम वीरता के साथ युद्ध लड़ा। इस युद्ध में महाराणा का प्रिय चेतक बलिदान हो गया। उनका संघर्ष और योगदान युगों तक याद किया जाएगा।  उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के शौर्य और बहादुरी की चर्चा पूरी दुनिया में होती है। उन्होंने अपने पराक्रम से मुगलों को नाकों चने चबवा दिए थे। उनकी वीरता के अनेक किस्से मशहूर हैं। युवा पीढ़ी को ऐसे महान व्यक्तित्व से प्रेरणा लेनी चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि जीवन ही एक युद्ध है, महाराणा प्रताप के जीवन से निरंतर संघर्ष करते रहने की प्रेरणा मिलती है, महाराणा प्रताप का पूरा जीवन संघर्षों से घिरा रहा, लेकिन वे अपने लक्ष्य से विचलित नहीं हुए

Leave a Reply

error: Content is protected !!