सूर्या कॉलेज ऑफ फार्मेसी” में “D फार्मा” काउंसलिंग प्रक्रिया अंतिम दौर में……
प्रवेश की चाहत रखने वाले छात्र छात्राएं जल्दी करें, सीमित है सीटें..…
60 सीटों के सापेक्ष अबतक 40 अभ्यर्थी करा चुके हैं अपना काउंसलिंग
4549 कॉलेज कोड को लॉक कर इच्छुक अभ्यर्थी जल्द करा लें अपना एडमिशन….
संतकबीरनगर जिले के सूर्या कॉलेज ऑफ फार्मेसी में डी फार्मा में प्रवेश हेतु गत 25 सितम्बर 2023 से शुरू हुई काउंसलिंग प्रक्रिया अब अपने अंतिम दौर में जा पहुंची है। एडमिशन लेने के इच्छुक अभ्यर्थी अब जल्द से जल्द कॉलेज कोड 4549 को लॉक कर अपना एडमिशन सुनिश्चित करवा लें क्योंकि कॉलेज में 60 सीटों के सापेक्ष अबतक 40 अभ्यर्थियों ने अपना प्रवेश सुरक्षित करा लिया है। अब महज 20 सीटें ही बची है जिसको लेकर कॉलेज प्रबंधन ने अभिभावकों और छात्र छात्राओं से ये अपील की है कि किसी भी असुविधा से बचने के लिए जल्द से जल्द एडमिशन करवा लें। हालांकि यह प्रक्रिया 15 अक्टूबर तक चलेगी पर कॉलेज प्रबंधन ने अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों से अपील करते हुए जल्द से जल्द काउंसलिंग करा लेने की सलाह दी है। गौरतलब हो कि वैश्विक महामारी कोरोना काल में मेडिकल की महत्ता को देख अब इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए छात्र छात्राओं में काफी उत्सुकता बढ़ी है, सभी अब मेडिकल के क्षेत्र में ही अपना भविष्य देख रहे है।
छात्र छात्राओं की इसी उत्सुकता और उनके उज्ज्वल भविष्य को लेकर पारंपरिक शिक्षा में बेहतरीन मुकाम हासिल करने वाले सूर्या ग्रुप ऑफ कालेज ने हालिया समय में सूर्या कॉलेज ऑफ फार्मेसी की नींव रखी। कॉलेज को डी फार्मा की मान्यता देते हुए फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने 60 सीटें आवंटित की। जिसे गत दिनों बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन उत्तरप्रदेश ने अपनी मंजूरी देते हुए काउंसलिंग की प्रक्रिया को आसान किया। बोर्ड द्वारा मंजूरी मिलने के बाद 25 सितंबर से ही सूर्या कॉलेज ऑफ फार्मेसी में काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई हो इस वक्त काफी तेजी पकड़ ली है। संस्थान में डी फार्मा में एडमिशन लेने वाले अभ्यर्थियों में होड़ सी मच गई है। महज दो दिनों में ही 60 सीटों के सापेक्ष 40 सीटों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, शेष सीटों को जल्द भरे जाने की प्रबल संभावना के तहत सूर्या कॉलेज ऑफ फार्मेसी के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी ने स्थानीय अभिभावकों से अपने बच्चों का जल्द एडमिशन कराने की अपील और सलाह दी है।
पूरे मामले पर जानकारी देते हुए सूर्या ग्रुप ऑफ कालेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी ने कहा कि उनकी यही प्राथमिकता है कि स्थानीय छात्र छात्राएं इसका लाभ अधिकाधिक पाएं, उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य शिक्षा की दिशा में यह महज एक शुरुवात है, आने वाले दिनों में पैरामेडिकल कॉलेज और आयुष मेडिकल कालेज की स्थापना करना ही उनका लक्ष्य है ताकि गरीब के बच्चे भी मेडिकल की पढ़ाई आसानी से कर सकें।