संतकबीरनगर – पार्टी के प्रति वर्षो की निष्ठा का इनाम पाने वाले वरिष्ठ नेता नित्यानंद यादव को जब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए उन्हे राज्य कार्यकारणी का प्रदेश सचिव बनाया तब से उन्हे बधाइयों और शुभकामनाओं का तांता लगा था। आज जब वो पार्टी कार्यालय पहुंचे तब सैकड़ों की संख्या में सपाइयों ने उनका जोरदार स्वागत करते हुए उन्हे फूल मालाओं से लाद दिया।
साल 1992 से पार्टी की सेवा कर विभिन्न आंदोलनों में हिस्सा लेने के साथ जनहित के मुद्दो पर शासन प्रशासन से लड़ाई लड़ने वाले नित्यानंद की पहचान एक तेज तर्रार नेता के तौर पर होती है। अपने लड़ाकू छवि के कारण तमाम आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले नित्यानाद जेल में भी रहे। उनके इन्ही संघर्षों को देख पार्टी ने उन्हे जहां पूर्व में छात्र सभा से लेकर युवजन सभा और जिले के मेन बॉडी में जिला महासचिव जैसे पद की जिम्मेदारी दी वहीं युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता को देख अब उन्हें राज्य कार्यकारणी का प्रदेश सचिव बनाया है।
“जिस ओर जवानी चलती है, उस ओर जमाना चलता है”।
इन पंक्तियों को आत्मसात कर इस लोकसभा सभा चुनाव में युवा कंधो पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी डालने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को ये भरोसा भी है कि युवा नेतृत्व ही युवा मतदाताओं को पार्टी की नीतियों तथा विचार धारा से जोड़ सकते है। नित्यानंद यादव के भीतर छिपी इसी विशेष प्रतिभा के कायल राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हे ये जिम्मेदारी सौपी है जिसपर खरा उतरने का दावा मीडिया के कैमरों के सामने करते नित्यानंद यादव नजर भी आए।आज खुद के स्वागत समारोह के बाद उन्होंने मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन समाजवादी पार्टी के प्रति समर्पित है। उन्होंने कहा कि युवा मतदाता सरकार बनाने में अहम रोल अदा करते है इसलिए युवाओं को पार्टी से जोड़ने का कार्य वो पिछले कई वर्षों से करते चले आ रहे है। अपनी नई जिम्मेदारी को लेकर उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने जो भरोसा मुझपर जताया है उसपर वो खरा उतर कर इस लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार को जीत दिलाकर उन्हे लोकसभा सदन में भेजने का कार्य करेंगे।