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लखनऊ में हुई ज्वाइनिंग : डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने दिलाई सदस्यता 
"जय चौबे" की एंट्री से और अधिक आसान हुई BJP के जीत की राह
संतकबीरनगर जिले की राजनीति में उस वक्त बड़ा फेरबदल और बड़ी हलचल देखने को मिली जब कद्दावर नेता तथा पूर्व विधायक जय चौबे के साथ कई दिग्गजों ने सत्तारूढ़ दल बीजेपी का दामन थामा।
विपक्षी दल सपा से लोकसभा चुनाव के लिए टिकट न मिलने से आक्रोशित समर्थकों की राय शुमारी के बाद पूर्व विधायक जय चौबे ने जहां बीजेपी का दामन थामा वहीं उन्होंने उन लोगों को भी बीजेपी में शामिल कराया जिनकी जीत में उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके साथ जिन बड़े चेहरों ने बीजेपी ज्वाइन किया उनमें जिले के प्रथम नागरिक यानी जिला पंचायत अध्यक्ष बलराम यादव, शहर चेयरमैन जगत जायसवाल, सपा के जिला उपाध्यक्ष कौशल चौधरी, ग्राम प्रधान जगदीश चौधरी तथा सैकड़ों अन्य लोगों ने आज लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। आपको बता दें कि जिले की सियासत में पूर्व विधायक जय चौबे एक बड़े चेहरे के रूप में जाने जाते हैं, जय चौबे की पहचान एक तेज तर्रार और लड़ाकू नेता के रूप में की जाती है। बात अगर जय चौबे के राजनैतिक जीवन के सफर की करी जाए तो पहली बार जिला पंचायत का उपाध्यक्ष बनने के बाद जय चौबे कभी पीछे मुड़कर नही देखे।जिले की राजनीति में मजबूती के साथ कदम बढ़ाने वाले जय चौबे खलीलाबाद ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख भी रहे। साथ ही ब्लॉक प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष रहने के दौरान साल 2010 में अपने छोटे भाई राकेश चतुर्वेदी को नाथनगर ब्लॉक का प्रमुख बनाने वाले जय चौबे पहली बार 2012 में खलीलाबाद विधान सभा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लडे। यह चुनाव वह भले ही हार गए थे पर उनके बढ़ते जनाधार और पार्टी के प्रति निष्ठा को देख बीजेपी शीर्ष कमान ने उन्हे 2017 में पुनः इसी सीट के लिए प्रत्याशी बनाया जिसमे जय चौबे को बड़ी जीत मिली और वो पहली बार विधायक बने। अपने कार्यकाल में जय चौबे ने पार्टी के स्लोगन "सबका साथ सबका विकास" की तर्ज पर कार्य करते हुए सर्वसमाज के लिए कार्य किया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रमुखी टिकट को लेकर पार्टी के फैसलों से हटकर अपने करीबियों को जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रमुख बनाने वाले जय चौबे ने 2022 में बीजेपी छोड़ सपा का दामन थाम लिया और सपा के टिकट पर चुनाव लडे। अपार लोकप्रियता के बाबजूद भितरघातियों की घात से चुनाव हारने वाले जय चौबे हार नहीं माने और लगातार सपा को जिले में मजबूत करने लगे। बीजेपी की लहर में उन्होंने जिस तरह जगत जायसवाल को शहर का चेयरमैन बनाया आज भी लोग उसे याद करते हैं। कभी अकेले के दम पर जिले के सांसद और तीनों विधायकों के आगे से जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रमुखी तथा चेयरमैन की सीट छीन लेने वाले जय चौबे अब जब बीजेपी में आ गए तब लोगों का यही कहना है कि सुबह का भूला यदि शाम को घर वापस आ जाता है तो उसका स्वागत किया जाता है। ऐसे में अब जब जय चौबे बीजेपी में आ गए है तो निश्चित तौर पर पार्टी को बड़ा बल मिला है। लोगों का ये मानना है कि जय चौबे के भाजपा में आ जाने से बीजेपी के 400 का पार का नारा और दावा और मजबूत हुआ है।लोगों के मुताबिक जय चौबे एक बड़े नेता है जिनके बीजेपी ज्वाइनिंग ने ये संकेत दे दिया है कि पार्टी उम्मीदवार निवर्तमान सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद पुनः एक बड़ी जीत हासिल कर सांसद बनने जा रहें हैं।

बागी सपाइयों ने पूर्व विधायक जय चौबे संग थामा BJP का दामन

लखनऊ में हुई ज्वाइनिंग : डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने दिलाई सदस्यता 

जय चौबे” की एंट्री से और अधिक आसान हुई BJP के जीत की राह

संतकबीरनगर जिले की राजनीति में उस वक्त बड़ा फेरबदल और बड़ी हलचल देखने को मिली जब कद्दावर नेता तथा पूर्व विधायक जय चौबे के साथ कई दिग्गजों ने सत्तारूढ़ दल बीजेपी का दामन थामा।
विपक्षी दल सपा से लोकसभा चुनाव के लिए टिकट न मिलने से आक्रोशित समर्थकों की राय शुमारी के बाद पूर्व विधायक जय चौबे ने जहां बीजेपी का दामन थामा वहीं उन्होंने उन लोगों को भी बीजेपी में शामिल कराया जिनकी जीत में उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके साथ जिन बड़े चेहरों ने बीजेपी ज्वाइन किया उनमें जिले के प्रथम नागरिक यानी जिला पंचायत अध्यक्ष बलराम यादव, शहर चेयरमैन जगत जायसवाल, सपा के जिला उपाध्यक्ष कौशल चौधरी, ग्राम प्रधान जगदीश चौधरी तथा सैकड़ों अन्य लोगों ने आज लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। आपको बता दें कि जिले की सियासत में पूर्व विधायक जय चौबे एक बड़े चेहरे के रूप में जाने जाते हैं, जय चौबे की पहचान एक तेज तर्रार और लड़ाकू नेता के रूप में की जाती है। बात अगर जय चौबे के राजनैतिक जीवन के सफर की करी जाए तो पहली बार जिला पंचायत का उपाध्यक्ष बनने के बाद जय चौबे कभी पीछे मुड़कर नही देखे।जिले की राजनीति में मजबूती के साथ कदम बढ़ाने वाले जय चौबे खलीलाबाद ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख भी रहे। साथ ही ब्लॉक प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष रहने के दौरान साल 2010 में अपने छोटे भाई राकेश चतुर्वेदी को नाथनगर ब्लॉक का प्रमुख बनाने वाले जय चौबे पहली बार 2012 में खलीलाबाद विधान सभा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लडे। यह चुनाव वह भले ही हार गए थे पर उनके बढ़ते जनाधार और पार्टी के प्रति निष्ठा को देख बीजेपी शीर्ष कमान ने उन्हे 2017 में पुनः इसी सीट के लिए प्रत्याशी बनाया जिसमे जय चौबे को बड़ी जीत मिली और वो पहली बार विधायक बने। अपने कार्यकाल में जय चौबे ने पार्टी के स्लोगन “सबका साथ सबका विकास” की तर्ज पर कार्य करते हुए सर्वसमाज के लिए कार्य किया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रमुखी टिकट को लेकर पार्टी के फैसलों से हटकर अपने करीबियों को जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रमुख बनाने वाले जय चौबे ने 2022 में बीजेपी छोड़ सपा का दामन थाम लिया और सपा के टिकट पर चुनाव लडे। अपार लोकप्रियता के बाबजूद भितरघातियों की घात से चुनाव हारने वाले जय चौबे हार नहीं माने और लगातार सपा को जिले में मजबूत करने लगे। बीजेपी की लहर में उन्होंने जिस तरह जगत जायसवाल को शहर का चेयरमैन बनाया आज भी लोग उसे याद करते हैं। कभी अकेले के दम पर जिले के सांसद और तीनों विधायकों के आगे से जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रमुखी तथा चेयरमैन की सीट छीन लेने वाले जय चौबे अब जब बीजेपी में आ गए तब लोगों का यही कहना है कि सुबह का भूला यदि शाम को घर वापस आ जाता है तो उसका स्वागत किया जाता है। ऐसे में अब जब जय चौबे बीजेपी में आ गए है तो निश्चित तौर पर पार्टी को बड़ा बल मिला है। लोगों का ये मानना है कि जय चौबे के भाजपा में आ जाने से बीजेपी के 400 का पार का नारा और दावा और मजबूत हुआ है।लोगों के मुताबिक जय चौबे एक बड़े नेता है जिनके बीजेपी ज्वाइनिंग ने ये संकेत दे दिया है कि पार्टी उम्मीदवार निवर्तमान सांसद इंजीनियर प्रवीण निषाद पुनः एक बड़ी जीत हासिल कर सांसद बनने जा रहें हैं।

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