संतकबीरनगर जिले का नेहिया खुर्द बुजुर्ग गांव स्मार्ट विलेज की परिकल्पना को साकार कर रहा है। स्मार्ट विलेज बनने की राह पर चलने वाले इस ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को जहाँ सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है वही गांव के विकास को भी गति मिल रही है। गांव की महिला प्रधान, और उनके प्रतिनिधि भोला सिंह के साथ ग्राम पंचायत के सचिव अनिल सिंह की विकास परक सोच ने गांव की सूरत बदल दी है। गांव में स्कूल, पँचायत भवन, खेल का मैदान और सीएससी सेंट्रर गांव के विकास की कहानी बयां कर रहे हैं। गांव के तरक्की की यह उड़ान इस गांव को जिले के अन्य गांवों से अलग करती है। देखिए हमारी ये स्पेशल रिपोर्ट
यह है संतकबीरनगर जिले के ख़लीलाबाद ब्लॉक का नेहिया खुर्द बुजुर्ग गांव। जहां सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ इस गांव में सरकारी योजनाएं धरातल पर उतरती दिखाई देती हैं। इस गांव में ग्रामीणों को जहाँ मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास, शुद्ध पेयजल जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है वहीं स्कूल के कायाकल्प से विद्यालय की सूरत भी बदली। इस गांव में एक तरफ जहां बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल रही है तो वहीं उन्हें खेलने के लिए खेल मैदान भी उपलब्ध है। गांव में बना अमृत सरोवर ग्रामीणों को और भी सम्मोहित कर रहा है। सुबह शाम ग्रामीणों की चहल-पहल और चौपाल से इसकी सुंदरता और भी बढ़ जाती है। गांव में हुए विकास कार्यों से ग्रामीण भी खुश नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान की विकास पररक सोच से जहां उन्हें सरकारी योजनाओ का लाभ मिल रहा है वही गांव में मूलभूत सुविधाएं भी उन्हें मिल रही है। गांव में जहां सड़को का जाल बिछा हुआ है वहीं पानी निकासी के लिए नाली और नालों का निर्माण कराया गया है। इसके साथ ही गांव में बने C.S.C सेंटर से ग्रामीणों को लाभ मिल रहा है। जिन कागजातों के लिए ग्रामीणों को ब्लॉक और तहसील का चक्कर लगाना पड़ रहा था उन्हें अब ये कागजात इसी सेंटर से मिल जा रहे है।
गांव में बने पंचायत भवन में ग्रामीणों के साथ बैठकर ग्राम प्रधान नीलम सिंह गांव के विकास का खाका खींचती है। उनकी इच्छा विकास और सरकारी योजनाओं के कियान्वयन के मामले में नेहिया खुर्द गांव को जिले के टॉप गांवों में शुमार करने की है। वहीं पूरे मामले पर ग्राम पंचायत के सचिव अनिल सिंह ने बताया कि प्रदेश के मुखिया आदरणीय योगी जी और देश के प्रधानमंत्री आदरणीय मोदी जी के द्वारा चलाई जा रही जनकल्याण कारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक तो पहुंचाया ही जा रहा है, साथ ही साथ गांव को स्मार्ट विलेज बनाने के लिए विकास के कई कार्य भी कराए गए है।