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धरती पर अधर्म का बोलबाला होता है तब भगवान का किसी न किसी रूप में अवतार होता है। भगवान चारो दिशाओं में विद्यमान है। इन्हें प्राप्त करने का मार्ग मात्र सच्चे मन की भक्ति ही है। उक्त बातें अयोध्या से पधारे सुप्रसिद्ध कथा वाचक पंडित विनय ओझा 'बाल व्यास' ने कही। आपको बता दें कि जिले के वरिष्ठ समाजसेवी तथा सूर्या ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी के पैतृक गांव घर भिटहॉ गांव में आज संगीतमय श्रीराम कथा का तीसरा दिन था। कथा के तीसरे दिन की शुरुआत कथा व्यास की आरती के साथ हुई। कथा की मुख्य यजमान श्रीमती चंद्रावती देवी के साथ डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी, पूर्व प्रमुख राकेश चतुर्वेदी, श्रीमती सविता चतुर्वेदी, श्रीमती शिखा चतुर्वेदी, रत्न चतुर्वेदी, राजन चतुर्वेदी, रजत चतुर्वेदी, दिव्येश चतुर्वेदी आदि पारिवारिक सदस्यों ने कथा वाचक पंडित विनय ओझा की आरती के साथ उपस्थित आचार्यों को दान दक्षिणा कर तीसरे दिन की कथा सुनी। संगीतमय श्रीराम कथा के तीसरे दिन राम नामी सुरलहरियों के बीच कथा वाचक ने भजन का अर्थ बताया। उन्होंने बताया कि मन की तरंगों पर नियंत्रण करने वाला ही प्रभु का सच्चा भजन कर सकता है। कथा के तीसरे दिन कथा व्यास ने भगवान श्रीराम की बाललीला का बखान किया। राम कथा के दौरान उन्होंने बताया कि एक बार माता कौशल्या ने श्रीराम को स्नान और श्रृंगार करा कर झूला पर सुला दिया और स्वयं स्नान कर अपने कुलदेव की पूजा कर नैवेद्य भोग लगाकर पाक गृह गई। जब वह पुन: लौट कर पूजा स्थल पर आई तो उन्होंने देखा कि देवता को चढ़ाए गए नैवेद्य शिशुरूपी भगवान राम भोजन कर रहे हैं। जब उन्होंने झूला पर जाकर देखा तो वहां भी उन्होंने श्री राम को झूले पर सोते पाया। इस तरह पूजा स्थल और झूला के पास उन्होंने कई चक्कर लगाया और दोनों जगह पर उन्होंने श्रीराम को पाया। इस दृश्य को देखकर कौशल्या डर गई और कांपने लगी। माता की अवस्था देख श्री राम ने माता को अपना अद्भुत रूप दिखाया। उन्होंने दिखलाया कि उनके एक-एक रोम में करोड़ों ब्रह्मांड लगे हुए हैं। भगवान का विराट रूप देखकर कौशल्या माता प्रफुल्लित हो गई और आंखें मूंदकर भगवान के चरणों पर गिर पड़ी। भगवान श्रीराम ने माता को बहुत समझाया और कहा कि हे माता यह बात आप किसी से ना कहेंगी। राम कथा सुनने को लेकर काफी संख्या में भक्तजनों की भीड़ उमड़ रही है। राम कथा के दौरान गायक मंडली द्वारा भजन आदि सुना कर भी श्रद्धालुओं का मन मोहा गया।

राम नामी सुर लहरियों के बीच भिटहॉ में भक्तों ने सुनी “प्रभु की बाल लीला”

धरती पर अधर्म का बोलबाला होता है तब भगवान का किसी न किसी रूप में अवतार होता है। भगवान चारो दिशाओं में विद्यमान है। इन्हें प्राप्त करने का मार्ग मात्र सच्चे मन की भक्ति ही है। उक्त बातें अयोध्या से पधारे सुप्रसिद्ध कथा वाचक पंडित विनय ओझा ‘बाल व्यास’ ने कही। आपको बता दें कि जिले के वरिष्ठ समाजसेवी तथा सूर्या ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी के पैतृक गांव घर भिटहॉ गांव में आज संगीतमय श्रीराम कथा का तीसरा दिन था। कथा के तीसरे दिन की शुरुआत कथा व्यास की आरती के साथ हुई। कथा की मुख्य यजमान श्रीमती चंद्रावती देवी के साथ डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी, पूर्व प्रमुख राकेश चतुर्वेदी, श्रीमती सविता चतुर्वेदी, श्रीमती शिखा चतुर्वेदी, रत्न चतुर्वेदी, राजन चतुर्वेदी, रजत चतुर्वेदी, दिव्येश चतुर्वेदी आदि पारिवारिक सदस्यों ने कथा वाचक पंडित विनय ओझा की आरती के साथ उपस्थित आचार्यों को दान दक्षिणा कर तीसरे दिन की कथा सुनी। संगीतमय श्रीराम कथा के तीसरे दिन राम नामी सुरलहरियों के बीच कथा वाचक ने भजन का अर्थ बताया। उन्होंने बताया कि मन की तरंगों पर नियंत्रण करने वाला ही प्रभु का सच्चा भजन कर सकता है। कथा के तीसरे दिन कथा व्यास ने भगवान श्रीराम की बाललीला का बखान किया। राम कथा के दौरान उन्होंने बताया कि एक बार माता कौशल्या ने श्रीराम को स्नान और श्रृंगार करा कर झूला पर सुला दिया और स्वयं स्नान कर अपने कुलदेव की पूजा कर नैवेद्य भोग लगाकर पाक गृह गई। जब वह पुन: लौट कर पूजा स्थल पर आई तो उन्होंने देखा कि देवता को चढ़ाए गए नैवेद्य शिशुरूपी भगवान राम भोजन कर रहे हैं। जब उन्होंने झूला पर जाकर देखा तो वहां भी उन्होंने श्री राम को झूले पर सोते पाया। इस तरह पूजा स्थल और झूला के पास उन्होंने कई चक्कर लगाया और दोनों जगह पर उन्होंने श्रीराम को पाया। इस दृश्य को देखकर कौशल्या डर गई और कांपने लगी। माता की अवस्था देख श्री राम ने माता को अपना अद्भुत रूप दिखाया। उन्होंने दिखलाया कि उनके एक-एक रोम में करोड़ों ब्रह्मांड लगे हुए हैं। भगवान का विराट रूप देखकर कौशल्या माता प्रफुल्लित हो गई और आंखें मूंदकर भगवान के चरणों पर गिर पड़ी। भगवान श्रीराम ने माता को बहुत समझाया और कहा कि हे माता यह बात आप किसी से ना कहेंगी। राम कथा सुनने को लेकर काफी संख्या में भक्तजनों की भीड़ उमड़ रही है। राम कथा के दौरान गायक मंडली द्वारा भजन आदि सुना कर भी श्रद्धालुओं का मन मोहा गया।

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