युद्ध से, हिंसा से किसी देश का कल्याण नहीं हो सकता, आपसी प्रेम और सौहार्द ही राष्ट्र की उन्नति के श्रोत होते है। पूरे विश्व को प्रेम का पाठ पढ़ाने वाला भारत आज जहां तरक्की की राह पर है वहीं हिंसा को बढ़ावा देने वाले देश तरक्की के इस दौर में पीछे होते जा रहे है। उक्त बातें बांग्लादेश में हो रहे हिन्दू उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष मुमताज अहमद ने कही। उन्होंने हिंसा को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान समेत कई राष्ट्रों का उदाहरण देते हुए कहा कि कल तक शेख हसीना जी के शासन में बांग्लादेश में सब कुछ ठीक चल रहा था, चारों तरफ शांति थी, हिंदू मुस्लिम भाई भाई बनकर रह रहा था लेकिन आज सत्ता परिवर्तन के बाद युनुस सरकार में कट्टर पंथ को बढ़ावा मिला, बहुसंख्यक मुस्लिम समाज के युवाओं को बरगला कर हिंसा कराने वाली युनुस सरकार पर विश्व समुदाय कड़ी कार्यवाही करे यह मेरी मांग है। आपको बता दें कि अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष मुमताज अहमद पूर्व में जिले के सबसे बड़े ब्लॉक सेमरियावा के प्रमुख भी रह चुके है। मौजूदा समय में वो इस ब्लॉक की प्रमुख के प्रतिनिधि है। बांग्लादेश हिन्दू समाज पर हो रहे अत्याचार को लेकर मुमताज अहमद ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘अत्याचार और ज़्यादती किसी भी देश में हो, वह न केवल दुखद, बल्कि निंदनीय है। अब जबकि बंग्लादेश, जो एक मुस्लिम बहुसंख्यक देश है, वहां पर हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं, यह किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। यह न केवल इस्लामी शिक्षाओं के खिलाफ है, बल्कि मानवाधिकारों का भी उल्लंघन है। बंग्लादेश सरकार को अपने देश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों को तुरंत रोकने और उनके मंदिरों की सुरक्षा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए।