सत्यमेव टाइम्स में आपका स्वागत है कौशांबी - जिला अस्पातल की बदइंतज़ामी की दिल को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आ रही है। दरअसल अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती एक नवजात बच्चे की स्टाफ की लापरवाही से हीटिंग पैड लगाने से मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि स्टाफ नवजात बच्चे को हीटिंग पैड लगाने के बाद नदारद हो गया। तकरीबन घण्टे भर बाद परिजन बच्चे को देखने गए तो बच्चा बुरी तरह से जल गया था। उसकी छाती व पेट जलकर फट गया था। बच्चे का शव देखकर परिजन चीखने चिल्लाने लगे। परिजनों ने स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। मौके पर सीएमएस सहित अस्पताल के स्टाफ एसएनसीयू वार्ड में पहुंच गए। अस्पताल प्रशासन अब अपनी गलती पर मृतक बच्चे के घर वालों से माफी मांग रहा है। मृतक बच्चे के पिता ने मंझनपुर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर लेकर घटना की छानबीन शुरू कर दी है। VO - फतेहपुर जनपद के हरिश्चंद्रपुर गांव के रहने वाले जावेद की पत्नी को जिला अस्पताल में 13 अगस्त को डिलीवरी हुई। डिलेवरी के बाद नवजात शिशु अपनी माता का दूध नही पी रहा था। इस पर डॉक्टरों ने शिशु को SNCU में भर्ती करा दिया। आरोप है कि SNCU वार्ड के स्टाफ बच्चे का ठीक से देखभाल नहीं कर रहे थे। स्टाफ बच्चे को हीटिंग पैड लगाकर नदारद हो गया। थोड़ी देर बाद जब दादी शिशु को देखने गई तो शिशु खेल रहा था। लेकिन लगभग 2घंटे बाद जब वह दोबारा देखने गई तो शिशु के जिस्म से धुँआ निकल रहा था। उसका बदन फट गया था। पिता जावेद ने गम्भीर आरोप लगाते हुए बताया कि स्टाफ़ ने शिशु को हिटिंग पैड पर रखा था। अस्पताल के SNCU स्टाफ़ बाहर घूम रहे थे और मोबाइल पर मस्त थे। जिसके चलते बच्चे की मौत हुई है। उसने यह भी आरोप लगाया कि स्टाफ पैसे लेकर ही काम करता है। डिलेवरी के बाद ही 4 हज़ार रुपए लिए थे। उसके बाद भी पैसो की डिमांड होती रहती थी। लापरवाही कर शिशु को जला कर मार दिया गया। अब कह रहे है कि माफ़ कर दो। हमे इंसाफ़ चाहिए। वही ज़िला अस्पातल के सीएमएस दीपक सेठ जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रहे हैं। सरकार ग़रीबो को अच्छी हेल्थ सर्विस मिले इसके लिये करोड़ो ख़र्च कर रही हैं। लेकिन ज़िम्मेदार सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ दीपक सेठ का कहना है कि एनआईसीयू वार्ड में एक बच्चा भर्ती हुआ था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई है। बच्चे के परिजनों ने स्टॉफ़ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

कौशांबी – जिला अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही से एसएनसीयू वार्ड में भर्ती नवजात बच्चे की मौत, परिजनों ने जमकर किया हंगामा_रिपोर्ट – राहुल भट्ट 

कौशांबी – जिला अस्पातल की बदइंतज़ामी की दिल को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आ रही है। दरअसल अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती एक नवजात बच्चे की स्टाफ की लापरवाही से हीटिंग पैड लगाने से मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि स्टाफ नवजात बच्चे को हीटिंग पैड लगाने के बाद नदारद हो गया। तकरीबन घण्टे भर बाद परिजन बच्चे को देखने गए तो बच्चा बुरी तरह से जल गया था। उसकी छाती व पेट जलकर फट गया था। बच्चे का शव देखकर परिजन चीखने चिल्लाने लगे। परिजनों ने स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। मौके पर सीएमएस सहित अस्पताल के स्टाफ एसएनसीयू वार्ड में पहुंच गए। अस्पताल प्रशासन अब अपनी गलती पर मृतक बच्चे के घर वालों से माफी मांग रहा है। मृतक बच्चे के पिता ने मंझनपुर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर लेकर घटना की छानबीन शुरू कर दी है।

VO – फतेहपुर जनपद के हरिश्चंद्रपुर गांव के रहने वाले जावेद की पत्नी को जिला अस्पताल में 13 अगस्त को डिलीवरी हुई। डिलेवरी के बाद नवजात शिशु अपनी माता का दूध नही पी रहा था। इस पर डॉक्टरों ने शिशु को SNCU में भर्ती करा दिया। आरोप है कि SNCU वार्ड के स्टाफ बच्चे का ठीक से देखभाल नहीं कर रहे थे। स्टाफ बच्चे को हीटिंग पैड लगाकर नदारद हो गया। थोड़ी देर बाद जब दादी शिशु को देखने गई तो शिशु खेल रहा था। लेकिन लगभग 2घंटे बाद जब वह दोबारा देखने गई तो शिशु के जिस्म से धुँआ निकल रहा था। उसका बदन फट गया था। पिता जावेद ने गम्भीर आरोप लगाते हुए बताया कि स्टाफ़ ने शिशु को हिटिंग पैड पर रखा था। अस्पताल के SNCU स्टाफ़ बाहर घूम रहे थे और मोबाइल पर मस्त थे। जिसके चलते बच्चे की मौत हुई है। उसने यह भी आरोप लगाया कि स्टाफ पैसे लेकर ही काम करता है। डिलेवरी के बाद ही 4 हज़ार रुपए लिए थे। उसके बाद भी पैसो की डिमांड होती रहती थी। लापरवाही कर शिशु को जला कर मार दिया गया। अब कह रहे है कि माफ़ कर दो। हमे इंसाफ़ चाहिए। वही ज़िला अस्पातल के सीएमएस दीपक सेठ जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रहे हैं। सरकार ग़रीबो को अच्छी हेल्थ सर्विस मिले इसके लिये करोड़ो ख़र्च कर रही हैं। लेकिन ज़िम्मेदार सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ दीपक सेठ का कहना है कि एनआईसीयू वार्ड में एक बच्चा भर्ती हुआ था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई है। बच्चे के परिजनों ने स्टॉफ़ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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