लखनऊ-स्पेशल डेस्क-रिपोर्ट-शैलेश सिंह राजन
संतकबीरनगर जिले के रहने वाले युवा जोश से लबरेज “वैभव” चतुर्वेदी ने आज प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में भाजपा का दामन थामा। गौरतलब हो कि इसके पूर्व बिना पार्टी का दामन थामे वैभव भाजपा को अपने जिले में मजबूती देते कई वर्षों से चले आ रहें थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लगायत प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपाध्यक्ष एके शर्मा, उउपमुख्यमंत्री केशव मौर्या तथा दिनेश शर्मा के सम्पर्क में आने वाले वैभव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सम्मानित भी हो चुके हैं जिन्होंने आज आधिकारिक रूप से भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।सैकड़ो समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थामने वाले वैभव चतुर्वेदी संतकबीरनगर जिले के एक चर्चित सख्शियत हैं जिनके नाम की गूंज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में तो प्रमुखता से सामने आया ही था लेकिन इसके पहले भी उनका नाम अखबारों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की सुर्खियों में था। जनसेवा को लक्ष्य मानकर चलने वाले वैभव चतुर्वेदी आज जब विधिवत पार्टी की सदस्यता ग्रहण किये तब नजारा कुछ अलग ही दिखा, देशभक्ति और जनसेवा को जीवन का मुख्य लक्ष्य मानकर चलने वाले वैभव को आज कोई और नही बल्कि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। भाजपा में शामिल होने के बाद वैभव चतुर्वेदी ने मीडिया से खास बातचीत की। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने क्या कुछ कहा इससे पहले आइये जानते हैं वैभव के व्यक्तित्व के बारे में…….
कौन हैं वैभव चतुर्वेदी??
युवाओं का नेतृत्व करने वाले वैभव चतुर्वेदी संतकबीरनगर जिले के रहने वाले हैं, यूं तो दर्जनों स्कूलों कॉलेजों के वो प्रबंधक है, कई एजेंसियों समेत कई उद्योगों के मालिक हैं वैभव जिन्होंने जिले को स्पोर्ट्स कॉलेज की भी सौगात दी है।वैभव ने कर्म को प्रधान मानते हुए हजारों लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने के साथ तमाम गरीबो तक पीएम मोदी और सीएम योगी के द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी पहुंचाया हैं।
समाजसेवा के साथ धर्म के कार्यों में वैभव ने बढ़चढ़ कर किया है योगदान….
सहभोज कार्यक्रमो के जरिये सामाजिक समरसता का सन्देश देने वाले वैभव चतुर्वेदी समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्तियों के साथ भोजन कर राम राज्य की परिकल्पना को भी साकार किये हैं, इसके इतर उन्होंने धर्म के कार्यों में भी विशेष योगदान देते हुए जिले के ऐतिहासिक धार्मिक स्थल के सुंदरीकरण और भवन इत्यादि निर्माण के नाम पर लाखों का बजट भी स्वयं के तरफ से दे चुके हैं। अति विनम्र और मिलनसार स्वभाव के धनी वैभव लगातार कई वर्षों से शिवभक्तों का ख्याल करते हुए सभी के लिए भंडारे का भी आयोजन करते चले आ रहें हैं। गर्मियों के दिनों में जब पशु पंक्षी प्यास से तड़पते हैं तब वैभव ने उन के लिए तालाबों में पानी भराने का भी कार्य किये हैं।कुल मिलाजुलाकर यदि कहा जाए तो समाजसेवा के साथ धार्मिक कार्यों को अंजाम देने वाले वैभव सेवा की एक प्रतिमूर्ति हैं।
हाल ही में “नाम” को लेकर वैभव ने बटोरी थी सुर्खियां……
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा इलाहाबाद को प्रयागराज, फैजाबाद को अयोध्या, मुगलसराय को पंडित दीनदयाल नगर,अलीगढ़ को हरिगढ़ करने के बाद जिले के जिला मुख्यालय खलीलाबाद के नाम परिवर्तन की मांग उठाकर जनता के प्रिय बने वैभव कई दिनों तक सोशल मीडिया में चर्चा के विषय बने रहे।उनकी इस मांग पर जिले के अधिकांश लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए खलीलाबाद के नाम को पर परिवर्तित करने की मांग में रजामंदी जाहिर की।
313 विधानसभा के प्रबल दावेदारों में होने लगी है “वैभव” के नाम की चर्चा……
बीजेपी में शामिल होने के पहले और अब वैभव की दावेदारी विधानसभा क्षेत्र खलीलाबाद से होने लगी है, वैभव के समर्थकों और उनके चाहने वाले लाखों समर्थकों की वर्तमान में बस यही मांग हैं कि वैभव को बीजेपी अपना यहॉ का उम्मीदवार बनावे।समर्थको और स्थानीय जनता वैभव को एक नेक दिल इंसान के रूप में देखने के साथ वर्ष 2022 के चुनाव में बतौर प्रत्याशी के रूप में देखना चाहती है।देखने वाली बात होगी कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व इस बार क चुनाव में वैभव को अपना प्रत्याशी बनाएगी या उन्हें कोई और बड़ी जिम्मेदारी देगी पर जनता का मन तो वैभव को विधायक के रूप में देखना चाहती है।