&लगभग दो सप्ताह से बाधित है शासकीय कार्य, फरियादियों का नहीं हो पा रहा है कोई कार्य।
संतकबीरनगर- प्रदेश में एक ऐसा विभाग है जिसकी लापरवाही और कर्मियों तथा अधिकारियों के रवैये से हर कोई त्रस्त है इस विभाग के कर्मी शायद ही किसी की सुनें ।उस विभाग का नाम है बिजली विभाग ।यह विभाग कभी किसी उपभोक्ता का बिल लाखों में भेज देता है तो कभी कनेक्शन न होने पर भी लोगों को बिजली बिल थमा देता है । ताज़ा मामला जिले के सबसे बड़े ब्लाक मुख्यालय सेमरियावां का है जहां विभाग ने बिना किसी सूचना के दो सप्ताह पहले बिजली कनेक्शन काट दिया जबकि बिजली बिल का भुगतान पूर्व में ही किया जा चुका है अब ब्लाक के कर्मचारी और अधिकारी बिजली विभाग के अधिकारियों का चक्कर काट रहे हैं लेकिन विभाग टस से मस नहीं हो रहा है और अभी तक बिजली कनेक्शन वापस नहीं जोड़ा जा सका है ।इससे विभाग की घोर लापरवाही के साथ अधिकारियों का रवैया भी सामने आ रहा है।
अधिषासी अभियंता को खंड विकास अधिकारी कार्यालय द्वारा दिए गए पत्र के अनुसार बिना किसी नोटिस के विद्युत कनेक्शन काट दिया गया और ₹ 4 लाख 68 हजार 350 का बकाया बता दिया गया। जबकि वर्ष 2021-022 का भुगतान का विवरण भी प्रेषित किया गया था।
19 मार्च को ₹ 3 लाख 71 हजार तथा 22 मार्च को ₹ 55 हजार 556 एवं 23 मार्च को ₹ 1 लाख 70 हजार का भुगतान किया गया था।
जब अधिषासी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड मेंहदावल द्वारा लेजर रजिस्टर की प्रति उपलब्ध करायी गयी तो उसमें भारी लापरवाही सामने आई।
जिसमें सिर्फ ₹ 1 लाख 70 हजार की ही धनराशि अंकित मिली जबकि ₹ 55 हजार 556 खंड विकास अधिकारी बघौली के लेजर रजिस्टर में अंकित कर दिया गया वहीं ₹ 3 लाख 71 हजार का हुआ भुगतान लेजर रजिस्टर से गायब मिला। हालांकि अधिषासी अभियंता ने जमा धनराशि का मिलान कर बिजली कनेक्शन जोड़ने के लिए मौखिक रूप से निर्देश दिया था लेकिन अभी तक कार्यवाही आगे नहीं बढ़ सकी जिससे सारे शासकीय कार्य बाधित पड़े हुए हैं।और बिजली विभाग के कर्मियों और अधिकारियों के लापरवाही का नतीजा ब्लाक मुख्यालय सेमरियावां भुगत रहा है।अब इसमें लापरवाही बिजली विभाग की है या ब्लाक कार्यालय की यह वही जानें।लेकिन सरकारी कार्यों में बाधा से आमजन का जरूर नुकसान हो रहा है।
इस संबंध में स्थानीय जेई धनंजय सिंह ने पूछने पर बताया कि जो दिक्कत है वह अधिषासी अभियंता कार्यालय में ब्लाककर्मी पत्रावली लेकर जाएं तो उसको सही कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिल जमा है या नहीं जमा हैं वह विभाग के कागजी निरीक्षण के बाद ही पता चलेगा। उन्होंने कहा कि ब्लाककर्मी अधिषासी अभियंता के कार्यालय में जाते ही नहीं जिससे पत्रावलियों का निरीक्षण कर समस्या का समाधान हो सके।