सदर विधायक के पक्ष में क्षेत्र के ओलेमाओं तथा संभ्रांत लोगों की बैठक
चिऊटना चौराहे पर रखी गयी स्मृति द्वार की नींव।
अब जनसहयोग से होगा शेष बचे स्वतंत्रता सेनानियों तथा शहीदों तथा शहीदों के नाम पर स्मृति द्वार का निर्माण-मुमताज अहमद
बैठक में सदर विधायक जय चौबे को बताया गया हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक
किसी भी दल से आएं सदर विधायक,हर तरह से होगा समर्थन-हाफिज समीर अहमद
संतकबीरनगर-सेमरियावां विकासखंड में पूर्व में शहीदों तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बनने वाले 40 स्मृति द्वारों पर लगा ग्रहण अब छंट गया है रविवार को चिऊटना चौराहे पर एक अन्य स्मृति द्वार की नींव प्रमुख प्रतिनिधि मुमताज अहमद की उपस्थिति में क्षेत्र के संभ्रांत लोगों तथा हाफिजों एवं ओलेमाओं ने रखी ।इस दौरान मुमताज अहमद ने कहा कि कुछ विभिन्न कारणों से स्मृति द्वारों का निर्माण कार्य रूक गया था लेकिन अब जनसहयोग के माध्यम से इसको फिर से शुरू किया जाएगा । मुमताज अहमद ने कहा उन्होंने जो वादा किया था वह उसको पूरा कराएंगे तथा जनता के बीच जाकर सहयोग मांगेंगे। मुमताज अहमद ने बताया कि अभी तक सुकरौली,थवईपार,बाघनगर,उसराशहीद,ऊचहराकला,पिपराकलां,पचदेऊरी में द्वार का निर्माण हो चुका है तथा सालेहपुर में अर्द्वनिर्मित है जिसको जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा।इस दौरान चिऊटना चौराहे पर क्षेत्र के संभ्रांत लोगों तथा हाफिजों एवं ओलेमाओं की बैठक हुई जिसमें सदर विधायक जय चौबे को समर्थन देने की अपील की गयी
।इस दौरान हाफिज समीर अहमद ने कहा कि सदर विधायक का मौजूदा कार्यकाल हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रहा है तथा जिसतरह से वह सबको साथ लेकर चले वह एक मिशाल है । उन्होंने कहा कि वह किसी भी दल से आएं उनका उनको दोबारा विधानसभा में पहुंचाने के लिए हर तरह से तन-मन-धन से समर्थन किया जाएगा। मौलाना इसरार अहमद ने कहा सदर विधायक जय चौबे व्यक्तित्व के रूप में लोगों के दिलों पर ऐसी छाप छोड़ी है जिसकी बानगी नहीं मिलती है । उन्होंने कहा कि ऐसे जनप्रतिनिधि का हमारे बीच रहना जरूरी है । हाजी मोहम्मद मुस्तफा ने कहा सदर विधायक अपने कार्यकाल तथा उसके पहले भी सभी वर्गों एवं धर्मो़ के लोगों को मान-सम्मान के साथ-साथ लेकर चले तथा विकास के नये आयाम स्थापित किए ।इसलिए हमें ऐसे ही जनप्रतिनिधि की सख्त जरूरत है।
इस दौरान मुख्यरूप से गुफरान मुनीर,मौलाना नूरूल्लाह,मौलाना इसरार अहमद,मौलाना असाद अहमद,अब्दुल हादी,हाफिज ताहिर,हाफिज अखलाक अहमद,मौलाना मोहम्मद सलीम,याद अली,इरशाद अहमद,वाजिद अली,बुझारत अली,जमील अहमद समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।